मुंबई: महाराष्ट्र के नागपुर और अहमदनगर में ऐसे कम से कम 89 लोगों का पता चला है जो पिछले महीने दिल्ली के पश्चिमी निजामुद्दीन में मरकज में आयोजित धार्मिक समागम में शरीक हुए थे। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। नागपुर के निगमायुक्त तुकाराम मुंडे ने कहा कि इनमें से 54 लोग नागपुर में मिले हैं और उन्हें पृथक कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इन लोगों की चिकित्सा जांच की जा रही है।
मुंडे ने कहा, ‘‘इन 54 लोगों के अलावा, मैं उन सभी लोगों से अपील करता हूं जो तबलीगी जमात में शामिल हुए थे कि वे सामने आएं और हमसे संपर्क करें ताकि उनमें अगर संक्रमण के कोई भी लक्षण नजर आ रहे हैं तो उनका उचित उपचार किया जा सके।’’ एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इनके अलावा अहमदनगर में ऐसे 35 लोगों का पता लगाया गया है जो उस धार्मिक समागम में शामिल हुए थे । उनमें से 29 इंडोनेशिया, तंजानिया, दक्षिण अफ्रीका, घाना और अन्य देशों हैं और बाकी के स्थानीय हैं। समूह में शामिल एक विदेशी और एक स्थानीय व्यक्ति संक्रमित पाए गए थे।
तबलीगी जमात के मरकज के बाद से दिल्ली के निजामुद्दीन पश्चिम का वह इलाका कोरोना वायरस संक्रमण के हॉट स्पॉट (जहां संक्रमित लोगों की संख्या ज्यादा हो) के रूप में उभरा है और इस कारण विभिन्न् राज्य उस आयोजन में भाग लेने वालों की पहचान करने में फुर्ती से जुट गए हैं। अहमदनगर पुलिस को सोमवार को सूचना मिली थी कि तबलीगी जमात के कुछ सदस्य समागम में भाग लेकर जिले में लौटे हैं और वे लोग अहमदनगर के नेवासा, जामखंड तथा मुकुंदनगर इलाकों में ठहरे हुए हैं।
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘इसके बाद पुलिस ने उन लोगों की तलाश की और पाया कि उनमें से कम से कम 35 लोग उस कार्यक्रम में शामिल हुए थे।’’ उन्होंने बताया कि समूह को जिला सरकारी अस्पताल ले जाया गया और बाद में पृथक कर दिया गया। तबलीगी समूह के संपर्क में आए अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।
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