नई दिल्ली/श्रीनगर. कोरोनावायरस प्रकोप के समय नई दिल्ली स्थित तबलीगी जमात के मुख्यालय में धार्मिक समारोह में शामिल होने वाले जम्मू एवं कश्मीर के जमातियों समेत 65 लोगों को ढूंढ़ा नहीं जा सका है। सूत्रों के अनुसार, मार्च में नई दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के लोगों के इकट्ठा होने और भारत में इस महामारी के प्रसार में मुख्य वाहक बनने के तुरंत बाद देशव्यापी तलाशी अभियान चलाया गया। हालांकि कइयों का पता चल गया है और कई अभी लापता हैं।
शीर्ष आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि पुलिस जम्मू एवं कश्मीर से 1501 लोगों का एक टॉवर एनलिसिस करने के बाद 2054 लोगों की सूची पुलिस को सौंपी गई और जो उनके संपर्क में थे उनकी भी सूची सौंपी गई। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "हमने 65 लोगों को छोड़कर बाकी सबको ढ़ूंढ़ निकाला है।"
21 मार्च को, तेलंगाना में तबलीगी जमात के सदस्यों का पहला मामला सामने आने के बाद, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों के साथ दिल्ली में धार्मिक सभा में शामिल होने वाले प्रतिभागियों की सूची साझा की थी। सभी राज्यों की पुलिस उसी दिन से संभावित कोरोनावायरस वाहकों और इनसे संपर्क में आए लोगों की तलाश कर रही है।
कश्मीर में, सोपोर क्षेत्र का तबलीगी जमात का 65 वर्षीय प्रमुख अशरफ अनीम राज्य में कोरोनावायरस से मरने वालों में पहला व्यक्ति था। अभी तक राज्य में तबलीगी जमात के कुल 41 व्यक्ति इस महामारी से संक्रमित पाए गए हैं। भारत में कोरोनावायरस से अबतक 7600 लोगों के संक्रमित होने का पता चला है, जिसमें से एक तिहाई तबलीगी जमात से संबंधित हैं।
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