नई दिल्ली. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में 21 दिनों के लॉकडाउन के दौरान मजदूरों एवं गरीबों के सामने पेश आ रही मुश्किलों का हवाला देते हुए शुक्रवार को कहा कि सरकार को इस संकट से दया भाव के साथ निपटने की जरूरत है।
गरीबों और मजदूरों की परेशानी से जुड़ी एक खबर साझा करते हुए गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘लॉकडाउन से हमारे गरीब और कमजोर वर्ग के लोग तबाह हो जाएंगे। यह उस भारत के लिए बहुत बड़ा झटका होगा जिससे हम प्यार करते हैं। भारत में सबकुछ एक जैसा नहीं है। हमें सावधानी से सोच-विचार कर निर्णय लेना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ इस संकट से हमें बहुत बारीकी और दया भाव के साथ निपटने की जरूरत है।’’ प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को 21 दिनों के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी। इसके बाद दिल्ली और कुछ अन्य शहरों से मजूदरों और गरीबों के अपने घरों के लिए पैदल निकलने की खबरें आ रही हैं।
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली में कोरोना वायरस से निपटने के प्रयास के तहत वहां की जिला अधिकारी से शुक्रवार को कहा कि संकट की इस घड़ी में स्थानीय जनता की मदद के लिए वह उनकी सांसद निधि का इस्तेमाल कर सकती हैं। उन्होंने रायबरेली की जिला अधिकारी शुभ्रा सक्सेना को लिखे पत्र में अपने क्षेत्र की जनता से यह अपील भी की है कि वो पूरी तरह सावधानी बरतें।
सोनिया ने कहा, ‘‘जिला प्रशासन से मेरी अपील है कि लोगों को सैनिटाइजर, मास्क और साबुन इत्यादि वितरित किए जाएं। दिहाड़ी मजदूरों, गरीबों और बेघर लोगों पर विशेष ध्यान दिया जाए। किसी भी बेसहारे को भूखा नहीं सोने दिया जाए।’’
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