नई दिल्ली। देश में 1975 में आपातकाल को आज 46 वर्ष पूरे हुए हैं और इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने आपातकाल लगाने को लेकर कांग्रेस पार्टी के ऊपर निशाना साधा है और आपातकाल को लोकतंत्र का काला दिवस बताते हुए कहा कि इसे कभी नहीं भुलाया जा सकता। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 1975 में आपातकाल लगाकर कांग्रेस पार्टी ने लोकतांत्रिक मूल्यों को रौंदा था। आज ही के दिन 1975 में उस समय की इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने देश में आपातकाल लगाने की घोषणा की थी।
आपातकाल लगने के 46 वर्ष पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने उन सभी लोगों को याद किया जिन्होंने आपातकाल लगाए जाने का विरोध किया था और भारतीय लोकतंत्र को बचाया था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश आपातकाल के काले दिन को कभी नहीं भुलाया जा सकता और 1975 से 1977 के दौरान संस्थानों को सुनियोजित तरीके से खत्म किया गया। 1975 से 1977 के दौरान देश में आपातकाल लगाया गया था।
प्रधानमंत्री मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी आपातकाल को लेकर कांग्रेस पार्टी के ऊपर निशाना साधा। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि 1975 में एक परिवार के विरोध में उठने वाले स्वरों को कुचलने के लिए आपातकाल को थोपा गया था। उन्होंने अपने ट्वीट संदेश के जरिए यह बात कही है। अमित शाह ने अपने ट्विट संदेश में कहा, "एक परिवार के विरोध में उठने वाले स्वरों को कुचलने के लिए थोपा गया आपातकाल आजाद भारत के इतिहास का एक काला अध्याय है। 21 महीनों तक निर्दयी शासन की क्रूर यातनाएं सहते हुए देश के संविधान व लोकतंत्र की रक्षा के लिए निरंतर संघर्ष करने वाले सभी देशवासियों के त्याग व बलिदान को नमन।"
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्वीट संदेश में कहा, "वर्ष 1975 में आज ही के दिन कांग्रेस पार्टी ने भारत के महान लोकतंत्र पर कुठाराघात कर देश पर 'आपातकाल' थोपा था। मैं उन सभी पुण्यात्मा सत्याग्रहियों को नमन करता हूँ, जिन्होंने 'आपातकाल' की अमानवीय यातनाओं को सह कर भी देश में लोकतंत्र की पुनर्स्थापना में सहयोग दिया था।"
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