नई दिल्ली: वरिष्ठ कांग्रेस नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने आज हिंदी दिवस के अवसर पर केन्द्र सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हिंदी के प्रचार प्रसार में संसद सदस्यों के योगदान को नजरंदाज किये जाने का विरोध कर असहज स्थिति पैदा कर दी। कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी मौजूद थे।
कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य चतुर्वेदी ने कार्यक्रम का संचालन कर रहे राजभाषा विभाग के सचिव प्रभाष कुमार झा द्वारा आयोजन के समापन से पहले धन्यवाद ज्ञापन करते समय हिंदी के प्रचार प्रसार में संसदीय समिति के प्रयासों को नजरंदाज का आरोप लगाया।
झा को बीच में ही टोकते हुए उन्होंने अपने स्थान पर खड़े होकर कहा कि सचिव महोदय, आपने संसद की राजभाषा समिति को छोड़कर सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। हम सभी ने हिंदी के प्रचार प्रसार के लिये हर संभव बेहतर प्रयास करते हुए पूरे देश का भ्रमण किया। लेकिन आपने हमें नजरंदाज कर दिया।
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बता दें कि विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में उस समय राष्ट्रपति कोविंद के अलावा गृह मंत्री राजनाथ सिंह, गृह राज्य मंत्री किरण रिजीजू और हंसराज अहीर भी मौजूद थे।
चतुर्वेदी के आरोप के जवाब में झा ने अपनी तरफ से कहा कि रिजीजू पहले ही अपने स्वागत भाषण में संसदीय समित के योगदान और इसमें सांसदों की भूमिका की सराहना कर चुके हैं। हालांकि सचिव द्वारा इस पर खेद व्यक्त किए जाने के बाद भी चतुर्वेदी ने अपनी नाखुशी जाहिर करना जारी रखा।
कार्यक्रम के बाद राष्ट्रपति, गृह मंत्री और अन्य मंत्रियों ने इस पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की। चतुर्वेदी ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने एक अहम मुद्दा उठाते हुए यह मामला गृह मंत्री के संज्ञान में लाने का प्रयास किया था और उम्मीद है कि वह इस पर संज्ञान लेंगे।
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