नयी दिल्ली। एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक पर प्रतिबंध के मोदी सरकार के प्रस्ताव की आलोचना करते हुए कांग्रेसी नेता जयराम रमेश ने बुधवार को कहा कि यह केवल सुर्खियां बटोरने और शासन के पर्यावरण संबंधी वास्तविक रिकॉर्ड को छिपाने के लिए है। रमेश ने यह भी कहा कि पर्यावरण मंत्री रहते हुए उन्होंने प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंध का विरोध किया था क्योंकि इस उद्योग से लाखों लोगों का रोजगार जुड़ा है।
पूर्व पर्यावरण मंत्री ने कहा कि असल समस्या प्लास्टिक के कचरे के निस्तारण और पुनर्चक्रण की है। उन्होंने मीडिया की एक रिपोर्ट भी इसमें जोड़ी जिसमें दावा किया गया था कि चूंकि अर्थव्यवस्था पहले से मंदी के दौर से गुजर रही है इसलिए मोदी सरकार द्वारा प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाना एक अच्छा विचार नहीं है।
रमेश ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘पर्यावरण मंत्री रहते हुए मैंने एक बार प्रयोग में आने वाले प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध का विरोध किया था। प्लास्टिक उद्योग से लाखों लोग जुड़े हैं और असल समस्या यह है कि हम प्लास्टिक के कचरे का किस तरह निस्तारण और पुनर्च्रकण करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ यह प्रतिबंध देश विदेश में सुर्खिया बटोरेगा और मोदी शासन के वास्तविक पर्यावरण रिकॉर्ड को छिपाने का काम करेगा।’’ यहां कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (सीओपी) को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्लास्टिक के इस्तेमाल को नियंत्रित करने की बात कही थी।
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