नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने अपने सांसदों को सोमवार (8 फरवरी) को राज्यसभा की कार्यवाही में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है। खास बात यह है कि कांग्रेस ने अपने सांसदों को कार्यवाही स्थगित किए जाने तक सदन में मौजूद रहने के लिए कहा है। बता दें कि विवादों में घिरे तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग और दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के मुद्दे पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों के भारी हंगामे के कारण संसद की कार्यवाही लगातार बाधित हो रही है। इस वक्त संसद के बजट सत्र में विपक्ष के भारी हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही लगातार स्थगित हो रही है। नए कृषि कानूनों को लेकर लोकसभा में हर दिन हंगामा हो रहा है, जिससे कई बार सदन स्थगित करनी पड़ी है।
पीएम मोदी सोमवार को राज्यसभा में दे सकते हैं चर्चा का जवाब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दे सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के इस संबोधन पर सभी की निगाहें हैं। अगर मोदी ऐसा करते हैं तो वह देश के संसदीय इतिहास में एक नई इबारत लिखेंगे। उनसे पहले किसी प्रधानमंत्री ने केवल राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब नहीं दिया है। सूत्रों का कहना है कि विपक्षी सदस्यों की ओर से कृषि कानूनों पर उठाए गए सभी सवालों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में जवाब दे सकते हैं। तीनों कृषि कानूनों के औचित्य पर सदन में उनके बोलने के काफी मायने होंगे। कहा जा रहा है कि सोमवार को साल 2021 के बजट को लेकर भी पीएम अपनी राय सदन के सामने रखे सकते हैं।
विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल 15 फरवरी को हो रहा खत्म
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल 15 फरवरी को खत्म हो रहा है। ऐसे में कांग्रेस इस पद के लिए उनकी जगह किसी दूसरे नेता का विकल्प तलाश रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्यसभा में विपक्ष के नेता बनने की रेस में इस वक्त लोकसभा में कांग्रेस के पूर्व नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, आनंद शर्मा और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम हैं। इसके अलावा कहा जा रहा है कि मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की दावेदारी भी इस पद के लिए बेहद मजबूत है।
Latest India News