महाराष्ट्र: कांग्रेस ने दिए मनसे के साथ गठबंधन के संकेत, पर पहले रखी ये शर्त
कुछ दिन पहले ही राज ठाकरे ने मोदी मुक्त भारत का नारा दिया था।
नई दिल्ली: महाराष्ट्र कांग्रेस ने राज ठाकरे की पार्टी मनसे के साथ गठबंधन के संकेत दिए हैं। हालांकि इसके लिए पार्टी ने एक शर्त भी रखी है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चह्वाण ने कहा है कि राज ठाकरे की अगुवाई वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) को पहले कुछ‘‘ विवादित’’ मसलों पर अपना रूख स्पष्ट करना होगा, उसके बाद ही कांग्रेस मनसे के साथ किसी तरह के गठजोड़ पर विचार करेगी। चह्वाण का यह बयान राज ठाकरे के उस बयान के एक दिन बाद आया है जिसमें उन्होंने 2019 में‘‘ मोदी मुक्त भारत’’ के लिए विपक्षी एकता की वकालत की थी । महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री चव्हाण ने यह भी कहा कि राज ठाकरे के प्रस्ताव पर कांग्रेस में कोई चर्चा नहीं हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की स्थिति कुछ मसलों पर विवादित है । पार्टी को गठबंधन से पहले इन मसलों पर अपना रुख साफ करना होगा।’’ हालांकि, चह्वाण ने यह नहीं बताया कि वह किन मुद्दों को ‘‘विवादित’’ कह रहे हैं।
क्या कहा था राजठाकरे ने
दो दिन पहले राजठाकरे ने मुंबई के शिवाजी पार्क में एक रैली में पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, ‘‘देश नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के झूठे वादों से ऊब चुका है। मोदी मुक्त भारत बनाने के लिए भाजपा नेतृत्व वाली राजग सरकार को चलता करने की खातिर सभी विपक्षी दलों को एक साथ आना चाहिए।" राज ठाकरे का ये बयान पीएम मोदी के कांग्रेस मुक्त भारत की याद दिलाता है। हालांकि इससे पहले महाराष्ट्र में कांग्रेस की पूर्व सहयोगी एनसीपी के प्रमुख शरद पवार भी कांग्रेस के साथ फिर से गठबंधन के संकेत दे चुके हैं। कुछ दिन पहले सोनिया गांधी के घर पर आयोजित डिनर पार्टी में भी शरद पवार शामिल हुए थे।