कांग्रेस प्रवक्ता की परीक्षा का पेपर हुआ लीक, बीजेपी ने बताया मजाक
बीजेपी ने तंज कसते हुए कहा कि जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सभी परीक्षा में जनता द्वारा फेल किये जा चुके हैं, तो फिर प्रवक्ता क्या करें ?
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस द्वारा प्रदेश प्रवक्ता के लिए लिखित परीक्षा और इंटरव्यू कराए जाने को मजाक करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस में अब कैडर नहीं बचा है और वह वैचारिक दिवालियापन की शिकार है। भाजपा के उत्तर प्रदेश प्रवक्ता डा. चन्द्रमोहन ने कहा कि राजनैतिक पार्टी में पद और जिम्मेदारियां नेतृत्व अपने कार्यकर्ताओं को उनके कार्य के आधार पर देता है।'' कांग्रेस द्वारा प्रवक्ता के लिए परीक्षा का आयोजन इस बात का सबूत है कि कांग्रेस में अब कैडर नहीं बचा है और कांग्रेस वैचारिक दिवालियापन की शिकार है।'' उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सभी परीक्षा में जनता द्वारा फेल किये जा चुके हैं, तो फिर प्रवक्ता क्या करें ? कांग्रेस में जमीनी और अनुभवी नेतृत्व समाप्त हो चुका है। वहीं मीडिया में सामने आ रही खबर के अनुसार प्रवक्ता पद के लिए आयोजित परीक्षा का पेपर सोशल मीडिया पर लीक हो गया, वहीं कई उम्मीदवार गूगल की मदद से जवाब देते दिखाई दिए। हालांकि पार्टी की तरफ से इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं आया है।
चन्द्रमोहन ने कहा कि उत्तर प्रदेश से राहुल गांधी और सोनिया गांधी सांसद हैं, फिर भी 2014 और 2017 में कांग्रेस को प्रदेश की जनता ने नकार दिया। कांग्रेस ने 2017 के विधानसभा चुनाव में ''27 साल यूपी बेहाल का नारा दिया था, फिर समाजवादी पार्टी के साथ समझौता कर लिया और राहुल अपना राजनैतिक करियर बचाने के लिए साइकिल के कैरियर पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष समय-समय पर अनेक मजाकिया बयान भी देते रहे हैं।
दरअसल ये पूरा मामला हाला ही में प्रवक्ता पद के लिए उत्तर प्रदेश कांग्रेस द्वारा 65 लोगों की लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के बाद शुरू हुआ है। पार्टी के 65 लोग परीक्षा में शामिल हुए। इनमें वे भी थे, जो कई वर्ष से प्रवक्ता के रूप में कार्य कर रहे हैं। सभी लोग उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय पर कल परीक्षा में बैठे थे। परीक्षा में 14 प्रश्न पूछे गये थे। इनमें कुछ इस प्रकार थे कि 'उत्तर प्रदेश में कितने जिले और जोन हैं, पिछले चुनावों में पार्टी का मत प्रतिशत और सीटें, मोदी ओर योगी सरकार की प्रमुख विफलताएं, मनमोहन सिंह सरकार की मुख्य उपलब्धियां और प्रवक्ता का लक्ष्य क्या होना चाहिए' । ये प्रश्न पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सोशल मीडिया संयोजक रोहन गुप्ता लेकर आये। उन्होंने इंटरव्यू भी लिये।
प्रियंका ने कल शाम हुई परीक्षा की प्रासंगिकता के बारे में कहा कि अगर आपको राज्य का प्रवक्ता बनना है और पार्टी का प्रतिनिधित्व करना है तो आपको मूल चीजों की जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह आकलन का तरीका है। ये सभी लोग हमारी पार्टी का चेहरा होंगे। उन्हें अपने राज्य और पार्टी के बारे में भलीभांति जानकारी होनी चाहिए। एक प्रवक्ता ने कहा कि पहले प्रवक्ताओं की 22 लोगों की टीम थी लेकिन ऐसा लगता है कि इस बार संख्या कम रहेगी। उन्होंने कहा कि प्रियंका और गुप्ता की टीम गुजरात, कर्नाटक और मध्य प्रदेश भी मीडिया टीम के चयन के लिए परीक्षा कराने गयी थी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने पिछले सप्ताह मीडिया और तीन अन्य विभाग भंग कर दिये थे ताकि नयी टीम का चयन किया जा सके।
दरअसल ये पूरा मामला हाला ही में प्रवक्ता पद के लिए उत्तर प्रदेश कांग्रेस द्वारा 65 लोगों की लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के बाद शुरू हुआ है। पार्टी के 65 लोग परीक्षा में शामिल हुए। इनमें वे भी थे, जो कई वर्ष से प्रवक्ता के रूप में कार्य कर रहे हैं। सभी लोग उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय पर कल परीक्षा में बैठे थे। परीक्षा में 14 प्रश्न पूछे गये थे। इनमें कुछ इस प्रकार थे कि 'उत्तर प्रदेश में कितने जिले और जोन हैं, पिछले चुनावों में पार्टी का मत प्रतिशत और सीटें, मोदी ओर योगी सरकार की प्रमुख विफलताएं, मनमोहन सिंह सरकार की मुख्य उपलब्धियां और प्रवक्ता का लक्ष्य क्या होना चाहिए' । ये प्रश्न पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सोशल मीडिया संयोजक रोहन गुप्ता लेकर आये। उन्होंने इंटरव्यू भी लिये।
प्रियंका ने कल शाम हुई परीक्षा की प्रासंगिकता के बारे में कहा कि अगर आपको राज्य का प्रवक्ता बनना है और पार्टी का प्रतिनिधित्व करना है तो आपको मूल चीजों की जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह आकलन का तरीका है। ये सभी लोग हमारी पार्टी का चेहरा होंगे। उन्हें अपने राज्य और पार्टी के बारे में भलीभांति जानकारी होनी चाहिए। एक प्रवक्ता ने कहा कि पहले प्रवक्ताओं की 22 लोगों की टीम थी लेकिन ऐसा लगता है कि इस बार संख्या कम रहेगी। उन्होंने कहा कि प्रियंका और गुप्ता की टीम गुजरात, कर्नाटक और मध्य प्रदेश भी मीडिया टीम के चयन के लिए परीक्षा कराने गयी थी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने पिछले सप्ताह मीडिया और तीन अन्य विभाग भंग कर दिये थे ताकि नयी टीम का चयन किया जा सके।