नई दिल्ली: कांग्रेस ने टीकाकरण से जुड़ी नीति को ‘भेदभावपूर्ण और असंवेदनशील’ करार देते हुए रविवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार मुनाफाखोरों को 1.11लाख करोड़ रुपये की मुनाफाखोरी करने की अनुमति दे रही है। पार्टी महासचिव और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह दावा भी किया कि सरकार ने गरीबों और युवाओं को मुफ्त टीका उपलब्ध कराने की अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है।
उन्होंने डिजिटल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘इस तरह से टीके को लेकर सरेआम मुनाफाखोरी की अनुमति कैसे दी जा सकती है? महामारी के समय मोदी सरकार मुनाफाखोरी में शामिल क्यों है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जवाब देना चाहिए।’’ कांग्रेस नेता ने दावा किया कि मोदी सरकार ने ‘सबसे भेदभावपूर्ण और असंवेदनशील टीका नीति’ ने पेश किया है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘मोदी सरकार टीकाकरण की आड़ में मुनाफाखोरी की अनुमति देने की दोषी है। मोदी सरकार देश के युवाओं और गरीबों को मुफ्त टीका उपलब्ध कराने की अपनी जिम्मेदार से पल्ला झाड़ने के भी दोषी हैं।’’ उल्लेखनीय है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित कोवीशील्ड टीका राज्य सरकारों को 400 रुपये प्रति खुराक और निजी अस्पतालों को 600 रुपये में मिलेगा।
दूसरी तरफ, भारत बायोटेक का टीका कोवैक्शीन प्रति खुराक राज्यों को 600 रुपये और निजी अस्पतालों को 1200 रुपये में मिलेगा। सुरजेवाला ने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट 35,350 करोड़ रुपये और भारत बायेटेक 75,750 करोड़ रुपये का मुनाफा बनाएंगे।
कांग्रेस नेता के मुताबिक, उन्होंने यह निष्कर्ष इस अनुमान के आधार पर निकाला है कि देश में 18 से 45 साल की उम्र के 101 करोड़ लोगों में से 50 फीसदी लोग इन टीकों का खर्च खुद वहन करेंगे और शेष आधे लोगों को राज्यों द्वारा टीका उपलब्ध कराया जाएगा।
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