उत्तर भारत में शीतलहर का प्रकोप जारी, दिल्ली की सर्दी ने तोड़ा पिछले 22 सालों का रेकॉर्ड
उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में बर्फीली हवाओं से राहत नहीं मिली और पारा नीचे गिरने से ठंड और बढ़ गई है। हाड़तोड़ ठंड के आगे लोग अब लाचार नजर आ रहे हैं। दिल्ली में भी ठंड का प्रकोप जारी है जहां 22 वर्षों में दूसरा सबसे कम अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
नयी दिल्ली: उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में बर्फीली हवाओं से राहत नहीं मिली और पारा नीचे गिरने से ठंड और बढ़ गई है। हाड़तोड़ ठंड के आगे लोग अब लाचार नजर आ रहे हैं। दिल्ली में भी ठंड का प्रकोप जारी है जहां 22 वर्षों में दूसरा सबसे कम अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। दिल्ली में अधिकतम तापमान पिछले 22 सालों में इतना नीचे कभी नहीं आया, जबकि 27 सालों का यह दूसरा सबसे कम तापमान रहा है। मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र से आने वाली तेज और ठंडी हवाओं के साथ-साथ बादल छाए रहने से तापमान में गिरावट आयी है।
राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को कंपकंपी जारी रही क्योंकि अधिकतम तापमान मौसम के औसत से 10 डिग्री नीचे 12.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 1997 में, अधिकतम तापमान 11.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। बुधवार को भी यही स्थिति बनी रहने की संभावना है और अधिकतम और न्यूनतम तापमान 14 और नौ डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के अधिकांश हिस्सों में हालिया बर्फबारी के बाद रात के तापमान में गिरावट जारी रही। हिमपात के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंगलवार को भूस्खलनों के चलते कई घंटों तक यातायात बाधित रहा। दोनों ही क्षेत्रों में पहाड़ों से बर्फीली हवाएं चल रही हैं लेकिन सुबह सूरज निकलने से लोगों को कुछ राहत मिली।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अमरनाथ यात्रा के आधार शिविर दक्षिणी कश्मीर के पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 12.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। इसके साथ ही यह घाटी का सबसे ठंडा स्थान रहा। उन्होंने बताया कि गुलमर्ग के स्की रिजॉर्ट का तापमान शून्य से 11 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया जबकि श्रीनगर में तापमान दो डिग्री सेल्सियस नीचे गिरकर शून्य से 3.7 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
लद्दाख क्षेत्र में लेह सबसे ठंडा स्थान दर्ज किया गया। यहां तापमान शून्य से 12 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया। वहीं जम्मू में तापमान में कुछ सुधार हुआ है और यह 7.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया लेकिन यहां बर्फीली हवाओं और बादल घिरे रहने के कारण लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। अधिकारी ने बताया कि जम्मू क्षेत्र के भद्रवाह में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
वहीं रियासी जिले में माता वैष्णी देवी मंदिर की तीर्थयात्रा के आधार शिविर कटरा में तापमान 5.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यातायात विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कश्मीर को सभी मौसमों में देश के विभिन्न हिस्सों से जोड़ने वाली एक मात्र राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगरू-रामसू और रामबन जिले के माउमपस्सी में रात में भूस्खलन की घटनाएं हुईं जिसके बाद अधिकारियों ने दक्षिणी कश्मीर के काजीगुंड में यातायात रोक दिया।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों के काफिले को मंगलवार दोपहर में मलबा हटाने के बाद आगे बढ़ने की अनुमति दी गई है। हिमाचल प्रदेश में, मौसम शुष्क और ठंडा रहा। मनाली, कुफरी, केलोंग और कल्पा में तापमान शून्य डिग्री से नीचे रहा। शिमला मौसम केंद्र के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा कि राज्य में सबसे ठंडा स्थान लाहौल-स्पीति का प्रशासनिक केंद्र केलांग रहा, जहां तापमान शून्य से 16.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने 19 से 21 दिसंबर के बीच राज्य में भारी बारिश और बर्फबारी का अनुमान जताया है। उत्तराखंड में मंगलवार को आसमान साफ रहा लेकिन कड़कड़ाती ठंड बरकरार रही। 12-13 दिसंबर को पहाड़ी राज्य के ऊंचे क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हुई, जिससे कई राजमार्ग और सड़कें बंद हो गईं। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पंजाब और हरियाणा में दिन का तापमान मंगलवार को सामान्य से कुछ डिग्री नीचे चला गया, जिससे दोनों राज्यों में ठंड बढ़ गई।
अधिकारी ने कहा कि दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से सात डिग्री कम है। मौसम विभाग ने कहा कि राजस्थान में शीत लहर तेज हो गई है, जबकि राज्य के एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू में सोमवार रात को न्यूनतम तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।