जयपुर: राजस्थान के अधिकतर हिस्से शीतलहर की चपेट में हैं और राज्य के प्रमुख शहरों में न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया। शीतलहर और न्यूनतम तापमान में गिरावट के चलते राज्य में कड़ाके की सर्दी का दौर लगातार तीसरे दिन जारी है। मौसम विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि राज्य के अधिकतर हिस्सों में शीतलहर का प्रकोप बना हुआ है।
सीकर में सोमवार सुबह न्यूनतम तापमान शून्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। राज्य की राजधानी जयपुर में कड़ाके की सर्दी और शीतलहर के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है। रविवार रात जयपुर और राज्य के एकमात्र पर्वतीय पर्यटक स्थल माउंट आबू में न्यूनतम तापमान एक-एक डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजधानी जयपुर में इस मौसम का सबसे कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। राजधानी जयपुर में वर्ष 1905 की 31 जनवरी और एक फरवरी को न्यूनतम तापमान शून्य से 2.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया था और 13 दिसंबर 1964 को शहर में न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
मौसम विभाग के अनुसार राज्य के अन्य हिस्सों में भी हाड़ कंपाने वाली सर्दी के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। पिलानी में न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 1.3 डिग्री, श्रीगंगानगर में 1.5 डिग्री, वनस्थली में 2.2 डिग्री और बूंदी में 2.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि अलवर—बीकानेर में न्यूनतम तापमान 3.2—3.2 डिग्री सेल्सियस, डबोक में 3.3 डिग्री सेल्सियस, अजमेर—जैसलमेर और चित्तौड़गढ़ में 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, सवाईमाधोपुर और फलौदी में न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
उन्होंने बताया कि कोटा में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस, जोधपुर में सात डिग्री और बाड़मेर में 7.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के उत्तरी इलाकों में घने कोहरे के कारण वाहन चालकों को आवागमन में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। विभाग ने आगामी 24 घंटों के दौरान राज्य में कड़ाके की सर्दी से कोई राहत मिलने की संभावना नहीं जताई है।
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