नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया मंगलवार को शहर में सीबीएसई की 12वीं कक्षा की परीक्षा में शीर्ष स्थान हासिल करने वाले छात्रों से मिले। मुख्यमंत्री ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार ''देश के भविष्य के लिए'' बच्चों में ''निवेश कर रही है''।
केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार ने अपने पहले साल में शिक्षा क्षेत्र का बजट दोगुना कर दिया और यह एक "निवेश है ना कि कोई खर्च।'' केजरीवाल और सिसोदिया सीबीएसई की 12वीं कक्षा की परीक्षा में शीर्ष स्थान हासिल करने वाले छात्रों - भारती राघव, प्रिंस कुमार, प्राची प्रकाश और चित्रा कौशिक से उनके घरों पर मिले। प्रिंस कुमार के पिता दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की बस चलाते हैं। सिसोदिया दिल्ली के शिक्षा मंत्री भी हैं। दोनों नेता दरियागंज के एक अनाथालय भी गए जहां वह शहनाज से मिले जिसने व्यवसायिक शिक्षा में पहला स्थान हासिल किया।
केजरीवाल ने कहा, ‘‘पिछले कुछ सालों में सरकारी स्कूलों में बड़ा बदलाव हुआ है। निजी एवं सरकारी स्कूलों में अब एक जैसी शिक्षा दी जा रही है। हमने अपनी सरकार के गठन के बाद शिक्षा बजट 5,000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 10,000 करोड़ रुपये कर दिया।’’ उन्होंने कहा कि आप सरकार छात्रों की मदद के लिए प्रतिबद्ध है और ‘‘यह खर्च नहीं बल्कि एक निवेश जैसा है। हम अपने बच्चों में निवेश कर रहे हैं। हम देश के भविष्य में निवेश कर रहे हैं और उसका नतीजा दिख रहा है।’’
सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा में दिल्ली क्षेत्र का उत्तीर्णता प्रतिशत 89 है। लड़कियों की उत्तीर्णता का प्रतिशत 93.19 जबकि लड़कों का 84.93 है। पिछले साल शहर में उत्तीर्णता का प्रतिशत 88.37 था। एक सरकारी अधिकारी के मुताबिक प्रिंस ने 97 प्रतिशत अंक के साथ विज्ञान में पहला स्थान हासिल किया जबकि चित्रा 95.6 प्रतिशत अंक के साथ मानविकी में पहले स्थान पर रही। वहीं भारती और प्राची वाणिज्य में संयुक्त रूप से पहले स्थान पर रहे। दिल्ली में सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में उत्तीर्णता का प्रतिशत 82.79 है जो पिछले साल के 80.32 प्रतिशत से ज्यादा है। इस साल निजी स्कूलों में पिछले साल के 84.20 की तुलना में उत्तीर्णता का प्रतिशत 88.35 रहा।
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