नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन बिल राज्यसभा से पास तो हो गया लेकिन इस बिल के विरोध में पूरे नॉर्थ-ईस्ट में जबरदस्त प्रदर्शन हो रहे हैं। सबसे ज्यादा बुरा हाल असम का है जहां कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। आगजनी की घटनाओं के बीच असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के पैतृक घर पर पत्थरबाजी हुई है। इतना ही नहीं केंद्रीय मंत्री रामेश्वर तेली के घर पर हमला किया गया। तिनसुकिया जिले के पानीटोला रेलवे स्टेशन में आग लगाई गई, साथ ही चबुआ रेलवे स्टेशन पर भी आगजनी की गई। हालात को देखते हुए गुवाहाटी में अनिश्चिकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है।
बेकाबू होते हालात को देखते हुए कई जगहों पर सेना तैनात की गई है। इस बीच गृह मंत्री अमित शाह ने पूरे हालात पर एक बड़ी बैठक की है। राज्यसभा में जब इस बिल पर चर्चा हो रही थी तो उस वक्त असम के कई हिस्सों में उग्र विरोध प्रदर्शन जारी था। विरोध का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि बिगड़े हालात को काबू करने के लिए सेना को बुलाना पड़ा है।
बढ़ते विरोध और बिगड़ते हालात को देखते हुए असम सरकार ने कई बड़े फैसले लिए हैं। इसके तहत गुवाहाटी में अनिश्चिकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है। साथ ही अगले आदेश तक डिब्रूगढ़ में भी कर्फ्यू लगाया गया है। असम के 10 शहरों में इंटरनेट सर्विस बंद कर दी गई है। डिब्रूगढ़, जोरहाट और बोन्गईगांव में सेना को तैनात किया गया है और असम के कई जिलों में धारा 144 लगा दी गई है।
विरोध की सबसे ज्यादा आग असम में गुवाहाटी और उसके आसपास के जिलों में देखी जा रही है। असम की राजधानी गुवाहाटी समेत राज्य के हर शहर में लोग नागरिकता बिल के विरोध में सड़कों पर उतर गए हैं। असम में हालात का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि विरोध प्रदर्शन के कारण मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल को भी करीब आधे घंटे तक एयरपोर्ट पर रुकना पड़ा।
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