कैलाश मानसरोवर की पिछले साल की अपनी यात्रा के दौरान चीन के मंत्रियों से मुलाकात के कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी के दावे के बाद उपजे विवाद के बीच यहां बीजिंग के राजदूत ने कहा कि देश में सभी भारतीय तीर्थयात्रियों का स्वागत है। चीन के मंत्रियों से राहुल गांधी की मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर चीनी राजदूत लूओ झाओहुई ने कहा, ‘‘चीन और चीनी सरकार भारत से सभी तीर्थयात्रियों का स्वागत करते हैं।’’
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया था कि राहुल गांधी ‘‘चीनी प्रचारक’’ के तौर पर काम कर रहे हैं। भाजपा ने राहुल से कैलाश मानसरोवर की अपनी यात्रा के दौरान चीनी मंत्रियों एवं अधिकारियों के साथ अपनी मुलाकात का विस्तृत ब्योरा देने को कहा। पार्टी ने सवाल किया कि उन्होंने भारत सरकार को इस बारे में जानकारी क्यों नहीं दी।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने पत्रकारों से कहा, ‘‘कैलाश मानसरोवर यात्रा तो एक बहाना था। वह तो उन मंत्रियों से मिलने गये थे। राहुल गांधी कोई आम नागरिक नहीं हैं। उन्होंने विदेश मंत्रालय को इसकी जानकारी क्यों नहीं दी? भारतीय दूतावास को इस बारे में क्यों नहीं बताया? हमलोग उनकी मुलाकात की विस्तृत जानकारी चाहते हैं।’’
ओडिशा में एक जनसभा में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि पिछले साल अगस्त-सितंबर में कैलाश मानसरोवर की अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने चीनी मंत्रियों से मुलाकात की, जिन्होंने कहा कि उनके देश में रोजगार सृजन कोई समस्या नहीं है, जिसके बाद सत्तारूढ़ पार्टी हमलावर है। राहुल गांधी ने कहा, ‘‘जब मैं कैलाश गया था तब मैंने उनके कुछ मंत्रियों से मुलाकात की जिन्होंने मुझे बताया कि चीन में रोजगार सृजन कोई समस्या नहीं है।’’
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