भगवान श्रीकृष्ण को लेकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने वाला टीचर सस्पेंड
कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि मरकाम के खिलाफ मिली शिकायत की जांच के बाद बुधवार को उसे निलंबित करने का आदेश दिया गया।
रायपुर: छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में एक स्कूल में भगवान श्रीकृष्ण के संबंध में कथित रूप से अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में जिला प्रशासन ने एक शिक्षक को सस्पेंड कर दिया है। प्रदेश के कोंडागांव जिले के अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि जिले के गिरोला विकासखंड के अंतर्गत बुंदापारा गांव के शासकीय स्कूल में भगवान श्रीकृष्ण के संबंध में कथित रूप से अभद्र और अश्लील व्यवहार करने के मामले में जिला प्रशासन ने शिक्षक चरण मरकाम को निलंबित कर दिया है।
‘शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया’
अधिकारियों ने बताया कि मरकाम द्वारा कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर संस्था में अध्ययनरत छात्र, छात्राओं के बीच कृष्ण भगवान के संबंध में अभद्र और अश्लील व्यवहार करने की जानकारी मिली थी। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन को ग्राम पंचायत और ग्रामवासियों से लिखित तथा वीडियो के माध्यम से शिकायत मिली थी जो धार्मिक भावना को आहत पहुंचाना तथा समाज में द्वेष फैलाना जैसे गंभीर कदाचार की श्रेणी में आता है। अधिकारियों ने बताया कि शिक्षक मरकाम का यह कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के प्रावधानों के विपरीत है, इसलिए शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
‘प्रशासन को ऑडियो और वीडियो सबूत भी सौंपा’
कोंडागांव जिले के कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि मरकाम के खिलाफ मिली शिकायत की जांच के बाद बुधवार को उसे निलंबित करने का आदेश दिया गया। मीणा ने बताया कि स्थानीय ग्राम पंचायत और ग्रामीणों ने शिकायत की थी कि मरकाम ने मंगलवार 31 अगस्त को स्कूल के सातवीं और आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों को कृष्ण जन्माष्टमी (सोमवार) के अवसर पर उपवास रखने के कारण पिटाई की थी और भगवान श्रीकृष्ण को लेकर कथित रूप से अभद्र भाषा का प्रयोग किया था। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को इस संबंध में ऑडियो और वीडियो सबूत भी सौंपा था।
‘व्रत रखने वाले छात्रों की मरकाम ने की पिटाई’
कलेक्टर ने बताया कि घटना के बाद जिला प्रशासन ने अधिकारियों को गांव भेज कर मामले की जांच कराने का फैसला किया और जांच रिपोर्ट के आधार पर मरकाम को सस्पेंड कर दिया गया है। मीणा ने बताया कि जिला प्रशासन ने इस संबंध में आगे की कार्रवाई के लिए पुलिस को भी इसकी सूचना दे दी है। जिले के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि जानकारी मिली है 30 अगस्त सोमवार को जन्माष्टमी के बाद छात्र दूसरे दिन मंगलवार को स्कूल पहुंचे तब मरकाम ने छात्रों से पूछा कि कितने छात्रों ने कृष्ण जन्माष्टमी पर उपवास रखा और पूजा अर्चना की, बाद में जिन छात्रों ने अपना हाथ उठाया मरकाम ने उनकी पिटाई कर दी।
‘कुछ ग्रामीणों ने शिक्षक की पिटाई की’
वहीं, जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि पुलिस को इस संबंध में शिकायत मिली है और जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि पुलिस को जिला प्रशासन और ग्रामीणों से मरकाम के खिलाफ शिकायत मिली है, वहीं सर्व आदिवासी समाज ने शिकायत की है कि कुछ ग्रामीणों ने शिक्षक की पिटाई की थी। उन्होंने बताया कि दोनों ओर से शिकायत के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है और इस संबंध में उचित कार्रवाई की जाएगी।