नई दिल्ली: सुबह 6 बजकर 41 मिनट पर सूर्योदय के साथ ही नदी और जलाशयों पर श्रद्धालु सूर्य भगवान को अर्घ्य देकर उनकी उपासना करेंगे। सुबह भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ सूर्य उपासना का महापर्व छठ व्रत संपन्न हो जाएगा। इससे पहले गुरुवार शाम को छठ महापर्व के तीसरे दिन अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य दिया गया। देश के विभिन्न हिस्सों में जलाशयों पर छठ व्रतधारियों ने भगवान भास्कर की पूजा-अर्चना की। देश की राजधानी दिल्ली में यमुना के किनारे बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया।
मुंबई, कोलकाता, चंडीगढ़ समेत देश के अन्य हिस्सों में भी श्रद्धालुओं ने भक्तिभाव से डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर भगवान भास्कर की पूजा अर्चना की। इस दौरान छठ के गीतों ने भक्ति का समां बांध दिया। अधिकांश जगहों पर लोक गायिका शारदा सिन्हा के गीतों की धूम रही।छठ पर्व के चार दिवसीय इस अनुष्ठान के अंतिम दिन शुक्रवार को व्रतधारी सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे और इसी के साथ छठ पूजा का समापन हो जाएगा। छठ के मौके पर बिहार के औरंगाबाद स्थित देव सूर्य मंदिर, नवादा के हंडिया सूर्य नारायण मंदिर, पटना के उलार सूर्य मंदिर में लाखों सूर्य उपासक पहुंचे हैं।
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