हासन: कर्नाटक के हासन जिले में एक तालाब की खुदाई के दौरान भगवान विष्णु की सदियों पुरानी प्रतिमा मिली है। भगवान विष्णु के चतुर्भुज रूप की इस प्रतिमा को थोड़ा-सा नुकसान पहुंचा है लेकिन कुल मिलाकर यह ठीक हालत में है। बता दें कि जिस हाले बेलूर नाम की जगह पर यह प्रतिमा मिली है, उसके बारे में कहा जाता है कि कभी यह होयसल वंश की राजधानी हुआ करता था। होयसल वंश का शासन आज के अधिकांश कर्नाटक के साथ-साथ तेलंगाना और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों तक फैला हुआ था।
‘तालाब की खुदाई के दौरान मिली प्रतिमा’
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के एक अधिकारी ने कहा कि कर्नाटक के हासन जिले के हाले बेलूर में भगवान विष्णु की एक प्राचीन प्रतिमा मिली है। बेंगलुरु सर्कल के अधीक्षक पुरातत्वविद शिवकांत वाजपेयी ने बताया कि स्थानीय लोगों को हाले बेलूर में तालाब की खुदाई के दौरान यह प्रतिमा मिली। उन्होंने बताया कि यह मूर्ति होयसल काल की है। होयसल वंश ने 10वीं से 14वीं शताब्दी तक शासन किया था और बेलूर में चेन्नाकेशव मंदिर का और हासन जिले के हालेबीडू में होयसलेश्वर शिव मंदिर का निर्माण कराया था।
‘प्रतिमा में भगवान विष्णु का चतुर्भुज रूप’
बाजपेई ने कहा कि एक ASI अधिकारी को यहां भेजा गया है और वह संभवतः सोमवार तक अपनी रिपोर्ट भेजेंगे। उन्होंने बताया कि यह मूर्ति इस इस मत को पुष्ट करती है कि हाले बेलूर किसी जमाने में होयसल राजवंश की राजधानी हुआ करता था। 5.5 फुट की यह प्रतिमा होयसल स्थापत्य कला का नमूना है। इसमें भगवान विष्णु का चतुर्भुज रूप है। वह शंख, चक्र, गदा और कमल धारण किए हुए हैं। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि मूर्ति को सिर्फ आंशिक नुकसान पहुंचा है और यह ठीक है। मूर्ति होयसल वंश के शासन के दौरान कब बनाई गई थी, इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
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