PM मोदी ने कहा- यह नए भारत की नारी शक्ति का युग है, वे बाधाओं को तोड़ रही हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार ने महिलाओं की गरिमा को महत्व दिया है और उनके ही नेतृत्व में सशक्तीकरण को सुनिश्चित करने का काम कर रही है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार ने महिलाओं की गरिमा को महत्व दिया है और उनके ही नेतृत्व में सशक्तीकरण को सुनिश्चित करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि यह नए भारत की नारी शक्ति का युग है। मोदी अंतर्राष्ट्रीय भारती महोत्सव को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित कर रहे थे। इस महोत्सव को महाकवि सुब्रमण्यम भारती के सम्मान में चेन्नई स्थित वानविल सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा आयोजित किया गया था। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि महाकवि भारती की प्रगति की परिभाषा में महिलाओं की केंद्रीय भूमिका थी और उनकी सबसे महत्वपूर्ण दृष्टि स्वतंत्र और सशक्त महिलाओं की थी।
उन्होंने कहा, ‘सरकार इस दृष्टिकोण से प्रेरित है और महिलाओं के नेतृत्व वाले सशक्तिकरण को सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है। सरकार के कामकाज के हर क्षेत्र में महिलाओं की गरिमा को महत्व दिया गया है।’ उन्होंने कहा कि आज जहां 15 करोड़ से अधिक महिला उद्यमी मुद्रा योजना जैसी योजनाओं से आत्मनिर्भर हैं वहीं स्थायी कमीशन के साथ महिलाएं सशस्त्र बलों का हिस्सा बन रही हैं। उन्होंने कहा, ‘आज सबसे गरीब महिलाएं जो सुरक्षित स्वच्छता की कमी की समस्याओं का सामना करती थीं, उन्हें 10 करोड़ से अधिक सुरक्षित और स्वच्छ शौचालयों से लाभान्वित किया गया है। ताकि उन्हें और परेशानियों का सामना न करना पड़े।’
उन्होंने कहा, ‘यह नए भारत की नारी शक्ति का युग है। वे बाधाओं को तोड़ रही हैं और अपना प्रभाव स्थापित कर रही हैं। यह सुब्रमण्यम भारती को श्रद्धांजलि है।’ महाकवि भारती को उनकी 138वीं जयंती पर नमन करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी शिक्षाएं एकजुट रहने और प्रतिबद्ध रहने के लिए एक मजबूत अनुस्मारक हैं। उन्होंने कहा, ‘हर एक व्यक्ति विशेषकर गरीबों और हाशिए पर रहने वाले लोगों का सशक्तीकरण किया जाना चाहिए।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि सुब्रमण्यम भारती का वर्णन करना बहुत कठिन है क्योंकि उन्हें किसी एक पेशे या आयाम से नहीं जोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘वे कवि, लेखक, संपादक, पत्रकार, समाज सुधारक, स्वतंत्रता सेनानी, मानवतावादी और बहुत कुछ थे।’
मोदी ने वाराणसी के साथ महाकवि की निकटता को याद किया और कहा कि 39 साल के छोटे से जीवन में उन्होंने बहुत कुछ लिखा, बहुत कुछ किया और उत्कृष्टता प्राप्त की। उन्होंने कहा कि उनका लेखन एक गौरवशाली भविष्य की ओर हमारा मार्गदर्शन करता है और आज का युवा उनसे बहुत कुछ सीख सकता है। युवाओं में बिना किसी डर की भावना के नवाचार और उत्कृष्टता के प्रति रुझान का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का स्टार्ट-अप क्षेत्र निडर युवाओं से भरा है जो मानवता को कुछ नया दे रहे हैं।
इस वर्ष का भारती पुरस्कार जानेमाने लेखक सीनी विश्वनाथन को दिया गया है। उन्होंने भारती के संदेश को फैलाने में वनविल संस्कृति केंद्र के योगदान की प्रशंसा की और विश्वास व्यक्त किया कि इस महोत्सव में रचनात्मक विचार-विमर्श होगा जो भारत का एक नया भविष्य बनाने में मदद करेगा।