A
Hindi News भारत राष्ट्रीय प्रियंका गांधी का केंद्र पर बड़ा आरोप, कहा- "ISI से बात कर रही है सरकार"

प्रियंका गांधी का केंद्र पर बड़ा आरोप, कहा- "ISI से बात कर रही है सरकार"

समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में प्रियंका गांधी ने कहा है कि केंद्र सरकार दुबई में पाकिस्तान की गुप्तचर एजेंसी आईएसआई के साथ बात कर रही है

<p>कांग्रेस महासचिव...- India TV Hindi Image Source : PTI FILE कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी

नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में प्रियंका गांधी ने कहा है कि केंद्र सरकार दुबई में पाकिस्तान की गुप्तचर एजेंसी आईएसआई के साथ बात कर रही है। कोरोना को लेकर विपक्ष की तरफ से केंद्र सरकार को दिए गए सुझावों के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में प्रियंका गांधी ने यह जबाव दिया है। प्रियंका गांधी ने कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार आईएसआई के साथ बात कर सकती है लेकिन विपक्षी दलों के नेताओं के साथ बात नहीं करती, प्रियंका गांधी ने कहा कि "केंद्र सरकार दुबई में पाकिस्तान के साथ बात कर रही है"। 

हाल ही में पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह ने केंद्र सरकार तथा पीएम मोदी को कोरोना महामारी से लड़ने को लेकर एक चिट्ठी लिखकर सुझाव दिए थे। प्रियंका गांधी ने कहा कि "पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह 10 साल तक प्रधानमंत्री रहे हैं और पूरा देश जानता है कि वे कितने गौरवशाली व्यक्ति हैं और उनको कितना सरकार चलाने का अनुभव है, अगर वो इस समय महामारी के समय सुझाव दे रहे हैं तो उन सुझावों को उसी गौरव के साथ लीजिए जिसके साथ लिया जा रहा है।"

प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार की कोरोना से लड़ने की रणनीति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पिछले 6 महीने के दौरान देश से 11 लाख से ज्यादा रेमेडिसविर इंजेक्शन निर्यात किए जा चुके हैं और जमवरी से मार्च के दौरान देश से 6 करोड़ वैक्सीन डोज का भी एक्सपोर्ट हुआ है जबकि इन सभी की देश में ज्यादा जरूरत थी। प्रियंका गांधी ने देश में ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। 

प्रियंका गांधी ने कहा कि देश में वैक्सीन की कमी, रेमेडिसविर दवा की कमी और ऑक्सीजन की कमी की वजह खराब प्लानिंग है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब देश में जनवरी से मार्च के दौरान 3-4 करोड़ लोगों को वैक्सीन का टीका लगाया गया था तो विदेशों को 6 करोड़ वैक्सीन का एक्सपोर्ट किया गया, तो भारतीयों को क्यों प्राथमिकता नहीं दी गई। 

 

 

Latest India News