नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से हुईं मौतों का विवरण मांगा है। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी और कहा कि संबंधित सूचना मानसून सत्र के समाप्त होने से पहले संसद में रखी जाएगी।
इस संबंध में एक सूत्र ने कहा, ‘‘केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से हुईं मौतों का विवरण मांगा है। सूचना जुटाकर इसे मानसून सत्र के समाप्त होने से पहले संसद में रखा जाएगा।’’
पिछले सप्ताह, विपक्षी दलों ने सरकार पर तब निशाना साधा था जब उसने संसद को बताया था कि राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से किसी मौत की जानकारी नहीं दी है।
गौरतलब है कि हाल ही में स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश से ऑक्सीजन के अभाव में किसी भी मरीज की मौत की खबर नहीं मिली है।
उन्होंने संसद में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि ‘‘किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश ने ऑक्सीजन के अभाव में किसी की भी जान जाने की खबर नहीं दी है।’’
इसके बाद विवाद खड़ा हो गया। इसके बाद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा था कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान दिल्ली में तथा देश में कई अन्य स्थानों पर ऑक्सीजन की कमी के कारण कई लोगों की जान गई।
वहीं, शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा था कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से अपने परिजनों को खो देने वाले लोगों को केंद्र सरकार को अदालत में ले जाना चाहिए।
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