नई दिल्ली. लेबनान के बेरूत में हुए भयानक विस्फोट के बाद भारत सरकार सतर्क हो गई है। वित्त मंत्रालय की संस्था केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड यानि CBIC ने तत्काल कस्टम और क्षेत्र संरचनाओं को देश भर के गोदामों और अन्य हिस्सों में मौजूद खतरनाक रसायन और विस्फोटक पदार्थों के बारे में 48 घंटे के अंदर जारी देने के लिए कहा है।
आदेश में इस बात की भी जानकारी देने के लिए कहा गया है कि क्या गोदामों में रखे गए इन पदार्थों के मद्देनजर सभी सुरक्षा और अग्नि मानक पूरे किए गए हैं। CBIC ने बताया कि हाल ही में विदेश में हुए विस्फोट की घटना को देकते हुए यह कदम उठाया गया है।
गौरतलब है कि लेबनान में हुई शुरुआती जांच में यह पता चला है कि वहां अमोनियम नाइट्रेट रखा हुआ था। जिसके बाद भारत सरकार सजग है। अधिकारियों ने बताया कि भारत में चेन्नई कस्टम के द्वारा प्रक्रिया के तहत 690 टन अमोनियम नाइट्रेट की ई-नीलामी की जा रही है। यह रसायन मनाली और चेन्नई में एक freight station स्टोर है। यह रसायन उस 697-tonne consignment का हिस्सा है, जो नवंबर 2015 में सीज किया गया था। बाकी का अमोनियम नाइट्रेट दिसंबर 2015 की बाढ़ में बह गया था।
लेबनान में विस्फोट से हुई 135 लोगों की मौत
आपको बता दें कि लेबनान की राजधानी बेरूत में हुए भयानक विस्फोट मामले के जांचकर्ता बंदरगाह के मालगोदाम में विस्फोटक पदार्थ रखे जाने में संभावित लापरवाही की जांच कर रहे हैं। इस भीषण विस्फोट के कारण अब तक 135 लोगों की मौत हो चुकी है और 5,000 से ज्यादा घायल है।
संभवत: पटाखों और अमोनियम नाइट्रेट से हुआ भयानक विस्फोट
विशेषज्ञों और धमाके के वीडियों से संकेत मिलता है कि लेबनान की राजधानी बेरूत में हुआ धमाका पटाखों और अमोनियम नाइट्रेट के इस्तेमाल से और भीषण हुआ। इस धमाके के कारण हुए नुकसान से संकेत मिलता है कि इसमें उन रसायनों का इस्तेमाल किया गया जो आमतौर पर उर्वरक में किया जाता है। इस विस्फोट की शुरुआत के जो वीडियो मिले हैं उसमें दिख रहा है कि भारी धमाके से कुछ देर पहले तक लपटों से निकल रहे धुंए के भीतर चिंगारी और रोशनी दिख रही है।
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