नई दिल्ली: प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेन्द्र सिह ने सोमवार को 17 से 21 फरवरी के बीच हुए कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की संयुक्त स्नातक स्तरी परीक्षा (सीजीएल) में कथित प्रश्न पत्र लीक, अनियमितता और बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से करवाने को लेकर सहमति जताई है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर संसद में मंत्री से बातचीत की है। साथ ही उन्होंने छात्रों से आंदोलन वापस लेने की अपील की है।
थरूर ने ट्वीट कर कहा कि छात्रों की मांग जायज है, लेकिन अब जब सरकार सीबीआई जांच के लिए तैयार हो गई है। ऐसे में छात्रों को अपना आंदोलन खत्म कर देना चाहिए। उन्होंने लिखा, "जितेन्द्र सिंह से संसद में इस मुद्दे को लेकर आज (सोमवार को) बातचीत हुई। वह एसएससी-सीजीएल मेंस पेपर में लीक हुए प्रश्नपत्र के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्रों द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों पर सीबीआई जांच करवाने के लिए सहमत हैं। मैं इन वैध मांगों को खुले दिमाग से सुनने के लिए उनका आभार प्रकट करता हूं।"
एसएससी ने रविवार को कहा था कि वह इन आरोपों की सीबीआई जांच करवाने की अनुशंसा करेगा। एसएससी सीजीएल टायर 2 परीक्षा में करीब 1 लाख 90 हजार उम्मीदवार शामिल हुए थे। दिल्ली के एक परीक्षा केंद्र में अनियमितता की शिकायत के बाद 17 फरवरी को इस परीक्षा को स्थगित करना पड़ा था। इस परीक्षा केंद्र के शौचालय में पूछे गए प्रश्नपत्र के उत्तर बरामद किए गए थे।
भोपाल में भी, एसएससी को कई उम्मीदवारों द्वारा प्रश्नपत्र में उत्तर चिह्न्ति होने की शिकायत के बाद परीक्षा रद्द करना पड़ा था।
एसएससी परीक्षार्थी यहां इस मुद्दे को लेकर सीबीआई जांच की मांग के लिए बीते छह दिनों से सीजीओ कांप्लेक्स स्थित एसएससी के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी(आप) और भारतीय जनता पार्टी भी छात्रों के समर्थन में सामेन आई हैं।
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