नई दिल्ली: सीबीआई ने इम्पोर्ट घोटाले में सीमा शुल्क के तीन IRS अधिकारियों सहित 17 लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी, जालसाजी और साजिश का मामला दर्ज किया है। ये घोटाला करीब 160 करोड़ रुपयों का है। इसमें हीरे के व्यापारियों ने अधिकारियों की मिलीभगत से यहां लाए गए कीमती पत्थरों के मूल्य मनमाने तरीके से बढ़ाये और काले धन को देश से बाहर भेजने के लिए ट्रेड रूट यानी व्यापार मार्ग का उपयोग किया।
एफआईआर में जिन अधिकारियों का नाम है वह- विनय बृज सिंह (एयरपोर्ट कमिश्नर), आशिकुज्जमां (कार्गो कमिश्नरेट में कमिश्नर और डिप्टी कमिश्नर) और चंद्रवंशी वाई मणिकानैया (कार्गो कस्टम्स क्लीयरेंस सेंटर) भारत डायमंड बोर्स में तैनात हैं। जुलाई 2019 में विनय बृज सिंह को सरकार ने पद से बर्खास्त कर दिया था जबकि मणिकानैया वर्तमान में हैदराबाद में तैनात हैं और आशिकुज्जमां राउरकेला में तैनात हैं।
इस मामले पर डीआरआई सूत्रों का कहना है कि कीमती पत्थर भेजने वाले कारोबारियों ने कीमती पत्थर की कीमत एक करोड़ रुपये से बढ़ाकर 160 करोड़ रुपये कर दी थी। जिसके चलते अंदाजा लगाया जा रहा है कि 18 महीनों में 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि देश से बाहर ले जाई गई थी। FIR के मुताबिक, हॉन्ग कॉन्ग की एक कंपनी से ये हीरे पहले स्विट्जरलैंड भेजे जाते थे उसके बाद वहां से इन्हें कई गुना कीमत में भारत मे इम्पोर्ट किया जाता था।
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