लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मंत्री श्रीकांत शर्मा ने सोमवार को कहा कि मायावती सरकार के समय उत्तर प्रदेश में 21 चीनी मिलों की ‘‘ औने पौने दाम ’’ पर बिक्री की सीबीआई जांच से सच सामने आएगा और इससे बसपा तथा सपा के बीच ‘‘ भ्रष्टाचार के समझौते ’’ का भंडाफोड़ होगा। उन्होंने यहां से कहा , ‘‘ बसपा सरकार (2007 से 2012) के दौरान जब मायावती मुख्यमंत्री थीं तो 21 चीनी मिलें औने पौने दामों पर बेची गईं। कुछ ऐसी चीनी मिलें भी बेची गईं जहां काम जारी था।
यह किसानों तथा राज्य की जनता के साथ धोखा है। इसके बाद सपा सत्ता में आई लेकिन अखिलेश यादव सरकार ने भी भ्रष्टाचार के इस कृत्य में शामिल लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। ’’ शर्मा ने कहा , ‘‘ दरअसल , सपा और बसपा के बीच भ्रष्टाचार के मामले में एक समझौता है। ’’ उन्होंने कांग्रेस और रालोद पर ‘‘ मूक दर्शक ’’ बने होने का आरोप लगाया।
तो वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने सोमवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में उनकी पार्टी और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच गठबंधन की घोषणा दोनों दलों द्वारा सीटों के सामंजस्य का मसला सुलझा लिए जाने के बाद की जाएगी। मायावती ने एनडीटीवी को बताया, "संसदीय चुनावों में अभी कुछ वक्त है। जब चुनाव निकट आएगा, तो दोनों पार्टियां सीटों को समायोजित करेंगे और फिर घोषणा करेंगे।" जब उनसे पूछा गया कि संभावित गठबंधन को लेकर क्या भारतीय जनता पार्टी 'भयभीत' है, उन्होंने कहा कि यह होना तो स्वाभाविक है, होने दीजिए।
उन्होंने कहा, "भाजपा और आरएसएस की सांप्रदायिक ताकतों को धर्मनिरपेक्ष ताकतों का एकजुट होकर आगे बढ़ना बिल्कुल पंसद नहीं होगा।" मायावती कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जनता दल-सेक्युलर के लिए प्रचार करने पहुंची हैं। मतदान 12 मई को होना है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस जैसी पार्टियां कभी भी बसपा पर दबाव नहीं बना सकतीं और न ही बना पाएंगी।
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