क्या अब भी बच सकता है नीरव मोदी? जानें क्या हैं उसके बचने के रास्ते
यहां सवाल यह उठता है कि यूके कोर्ट की प्रत्यर्पण को मंजूरी देने के बाद नीरव मोदी को भारत लाने में और कितना वक्त लगेगा? क्या नीरव मोदी अब भी बच सकता है या फिर कानूनी कार्रवाई और लंबी खिंच सकती है?
नई दिल्ली: हीरा कारोबारी नीरव मोदी को भारत लाया जाएगा। यूके की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। कोर्ट ने माना है नीरव के लिए मुंबई का ऑर्थर रोड जेल ठीक है और वो वहां रह सकता है। कोर्ट ने नीरव मोदी की अपील खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा कि जेल में बैरक नंबर 12 ठीक है और वहां संतोषजनक सुविधाएं हैं। अब यहां सवाल यह उठता है कि यूके कोर्ट की प्रत्यर्पण को मंजूरी देने के बाद नीरव मोदी को भारत लाने में और कितना वक्त लगेगा? क्या नीरव मोदी अब भी बच सकता है या फिर कानूनी कार्रवाई और लंबी खिंच सकती है? बता दें कि नीरव मोदी से जुड़े इस फैसले की कॉपी यूके के होम ऑफिस भेजी जा चुकी है। इसके बाद होम ऑफिस के पास 28 दिन का समय होगा, जिस पर वहां के सचिव हस्ताक्षर करेंगे।
ऐसे देखा जाए तब नीरव मोदी को भारत लाने में 28 दिन और लग सकते हैं लेकिन अगर नीरव मोदी ने इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दी तब उन्हें भारत लाने की प्रक्रिया लंबी खिंच सकती है। अगर वह हाईकोर्ट में भी हार जाता है तो इसके बाद भी उसके पास सुप्रीम कोर्ट जाने का विकल्प होगा। इसके अलावा उसके पास मानवाधिकारों का विकल्प भी खुला हुआ है।
अगर नीरव मोदी अपनी मेंटल हेल्थ और मानवाधिकारों को आधार बनाता है, या ये बहाना बनाता है कि भारत की जेलों में पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं तो नीरव मोदी यूके की मानवाधिकार अदालतों में भी जा सकता है। इसका अर्थ है कि इस पूरी प्रक्रिया में अभी एक से दो साल और लग सकते हैं। अगर नीरव मोदी इस फैसले को चुनौती नहीं देता है तो 28 दिन के अंदर ही उन्हें भारत लाया जा सकेगा।
बता दें कि अदालत ने कहा कि नीरव के खिलाफ भारत में एक मामला है जिसका उसे जवाब देना है। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि नीरव मोदी ने सबूत नष्ट करने और गवाहों को डराने के लिए साजिश रची। यूके की कोर्ट ने नीरव मोदी को भारत प्रत्यर्पण करने के फैसले को अपनी मंजूरी दे दी है। नीरव मोदी 13 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोपी है। उसने यह घोटाला अपने मामा मेहुल चौकसे के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक के साथ किया था।
यूके के जज ने कहा कि नीरव मोदी को मुंबई के आर्थर रोड जेल में पर्याप्त चिकित्सा और मानसिक स्वास्थ्य देखभाल की व्यवस्था की जाए। ब्रिटेन के न्यायाधीश ने नीरव मोदी के बचाव के दावे को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि कानून और न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने उनके खिलाफ मामले को प्रभावित करने की कोशिश की। नीरव मोदी इस समय लंदन की वैंड्सवर्थ जेल में बंद है और उसका प्रत्यर्पण कर भारत लाने के लिए अदालत में मामला चल रहा है।
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