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Hindi News भारत राष्ट्रीय 'मुझे कुत्ता कह लो लोकिन पाकिस्तानी मत बुलाओ'

'मुझे कुत्ता कह लो लोकिन पाकिस्तानी मत बुलाओ'

बलूच शरणार्थियों में से एक मजदक दिलशाद जब नई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे तो पर आव्रजन अधिकारियों के संदेह का विषय बने।

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नई दिल्ली: बलूच शरणार्थियों में से एक मजदक दिलशाद जब नई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे तो पर आव्रजन अधिकारियों के संदेह का विषय बने। इसकी वजह है मजदक के पास कनाडाई पासपोर्ट है जिसमें पाकिस्तान में क्वेटा का जन्म स्थान लिखा हुआ था।

मजदक ने इक्नॉमिक टाइम्स से बात करते हुए कहा कि उन्होंने अधिकारियों के सामने यह बात साबित करने में बहुत मशक्कत करनी पड़ी कि मैं पाकिस्तानी नहीं हूं। उन्होंने अधिकारियों के सामने बलूचिस्तान में हो रहे अत्याचार की पीड़ा जाहिर की। सवाल-जवाब में कहा- मैं पाकिस्तानी नहीं हूं। मुझे कुत्ता बुलाओ, लेकिन पाकिस्तानी नहीं। मैं बलूच हूं। मेरे जन्म स्थान की वजह से मुझे बहुत उत्पीड़न झेलनी पड़ती है।

मजदक ने बताया कि मेरा सफर बहुत परेशानियों से भरा हुआ रहा है। मेरे पिता मीर गुलाम मुस्तफा रैसानी एक फिल्म मेकर थे जिनका पाकिस्तानी आर्मी ने अपहरण कर लिया। मां का हैरेसमेंट हुआ और हमारी प्रॉपर्टी तबाह कर दी गई।

मेरे पिता को 2006-08 के बीच पाकिस्तानी आर्मी ने अपनी कैद में रखा। कापी कोशिशों के बाद मेरे पिता को रिहाई मिली और हमने ये जगह छोड़ दी। हम कनाडा चले गए। मेरी मां राजनीतिक कार्यकर्ता हैं।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी बलूचिस्तान में रहने वाले लोगों की राष्ट्रीयता छीन लेना चाहता है। पाकिस्तानी आर्मी हमेशा बलूच के पीछे पड़ी रहती है। हमें देश के तौर पर पाकिस्तान को अपनाने के लिए दबाव बनाया जाता है और मना करने पर मौत के घाट उतार दिया जाता है।

मजदक अपनी पत्नी के साथ बलोच की स्वतंत्रता के लिए जागरुकता फैलाने के लिए आए हुए हैं। मजदक ने बताया कि मुझे इस बात की खुशी है कि आजादी के 70 साल बाद ही सही लेकिन भारत ने हमारे समर्थन में अपने द्वार खोले हैं।

15 अगस्त को लालकिले से अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा था, "मैं बलूचिस्तान, गिलगित और पीओके के का धन्यवाद देता हूं, उन्होंने मेरे प्रति उन्होंने जो सद्भावना जताई है… ऐसे दूर सुदूर बैठे हुए लोग हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री को अभिनन्दन करते हैं, उसका आदर करते हैं, तो मेरे सवा सौ करोड़ देशवासियों का आदर है, वो मेरे सवा सौ करोड़ देशवासियों का सम्मान है। और इसलिए ये सम्मान का भाव, धन्यवाद का भाव करने वाले बलूचिस्तान, गिलगित और पाक के कब्जे वाले कश्मीर के लोगों का मैं आज तहे दिल से आभार व्यक्त करना चाहता हूँ।"

बलूचिस्तान की इस लड़की ने भेजा ‘भाई’ नरेंद्र मोदी को भावुक संदेश

बलूचिस्तान से भारत के लिए रक्षाबंधन का संदेश आया है। यह राखी संदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आया है। इस संदेश को बलूचिस्तान की एक छात्र नेता ने यूट्यूब के जरिए भेजा है। पीएम मोदी के भारत के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिए गए भाषण से प्रेरित होकर यह राखी संदेश भेजा गया है।

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