सोमवार को सीबीआई कोर्ट के स्पेशल जज ने गुरमीत राम रहीम को दो महिला साध्वियों के साथ बलात्कार के मामले में कुल 20 साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई। यह अपराध उसने आज से 15 साल पहले किया था। लेकिन यह अपराध तो उसके गुनाह रूपी हिमखंड का एक टुकड़ा मात्र प्रतीत होता है। मैंने राम रहीम के पूर्व मैनेजर खट्टा सिंह और पूर्व सेवादार गुरदास सिंह तूर का टेलीविजन पर लाइव इंटरव्यू किया और जो कुछ खुलासा इन दो पूर्व कर्मचारियों ने किया वह बेहद शर्मनाक और रूह को कंपा देनेवाला था। इन पूर्व कर्मचारियों की बातें सुनने के बाद दुख भी होता है और गुस्सा भी आता है।
एक फर्जी बाबा अपनी महिला साध्वियों के साथ बलात्कार करता है, उन्हें धमकाता है और जबरन गर्भपात के लिए मजबूर करता है। कोई भी यह जानकर आश्चर्य करेगा कि एक बाबा कैसे धर्म की आड़ में इस तरह का अपराध कर सकता है। दोनों पूर्व कर्मचारियों ने खुलासा किया कि कैसे फर्जी बाबा अपने साथ हत्यारों का एक गिरोह रखे हुए था, वह संबंधित कामों को अंजाम देने के लिए कोड वर्ड का इस्तेमाल करता था, समाज सेवा के नाम पर चलाए जानेवाले अस्पताल का उपयोग वह अपने पुरुष भक्तों को नपुंसक बनाने के लिए करता था।
फर्जी बाबा अपने दुष्कर्म की शिकार लड़कियों के परिजनों को मुंह बंद रखने के लिए पैसों का भुगतान किया करता था, और जिस किसी ने भी इससे इनकार किया उसे मौत की नींद सुला दिया जाता था। क्या राम रहीम एक मानव है या राक्षस? उसके अपराध की गंभीरता पर विचार करें तो 20 साल की सजा तो कुछ भी नहीं है। मुझे उम्मीद है कि राम रहीम के जेल जाने के बाद उसका शिकार बनी और लड़कियां सामने आएंगी। उसके और पाप भी दुनिया के सामने आएंगे, जिससे राम रहीम के वो गुनाह भी बाहर आएं जो अब तक दुनिया को पता नहीं हैं और जिसकी सज़ा उसे मिलनी बाकी है। (रजत शर्मा)
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