राकेश टिकैत के आंसू देख गुस्साई BKU, आर-पार की लड़ाई की तैयारी
भारतीय किसान यूनियन (BKU) सुप्रीमो नरेश टिकैत ने इमरजेंसी पंचायत बुलाई है। यह इमरजेंसी पंचायत, महापंचायत के 2 घंटे बाद बुलाई गई है।
मुजफ्फरनगर: भारतीय किसान यूनियन (BKU) सुप्रीमो नरेश टिकैत ने इमरजेंसी पंचायत बुलाई है। यह इमरजेंसी पंचायत, महापंचायत के 2 घंटे बाद बुलाई गई है। ऐसे में हजारों की संख्या में BKU के कार्यकर्ता सिसौली पहुंचे है। सूचना है कि गाजीपुर बॉर्डर पर प्रशासन की कार्रवाई के बीच राकेश टिकैत के रोने से भाकियू सुप्रीमो नरेश टिकैत गुस्से में हैं, जिसके बाद ही उन्होंने सरकार और प्रशासन से आर-पार की लड़ाई के लिए पंचायत बुलाई है।
भाकियू सुप्रीमो नरेश टिकैत के आव्हान पर कई किसान नेता, भाकियू के पदाधिकारी और दल से जुड़े लोग पंचायत में पहुंचे हैं। सभी को पंचायत सिसौली किसान भवन पर बुलाया गया है। यहां भारी संख्या में भाकियू के लोग और किसान पहुंचे हैं। ऐसे में संभव है कि यहां से भाकियू नेता गाजीपुर बॉर्डर के लिए रवाना हों। अगर ऐसा होता है और रास्ते में कोई समस्या सामने नहीं आई, तो सैकड़ों की संख्या में रात में ही किसान गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंच जाएंगे।
राकेश टिकैत ने क्या-क्या कहा?
दिल्ली-यूपी गाजीपुर बॉर्डर से भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत ने दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा के मामले में गिरफ्तारी देने से साफ इनकार करते हुए गोली चलने की धमकी भी दी। राकेश टिकैत ने भड़काऊ भाषण देते हुए कहा, "अगर यहां पर कुछ हुआ, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।"
राकेश टिकैत ने कहा, "कोई गिरफ्तारी नहीं देगा, यहां गोली चलेगी। विधायक और BJP के लोगों से गुंडागर्दी करवाई जा रही है। विधायक यहां पर है, 100 आदमी लेकर आया है, हमारे लोगों को पीट रहे हैं।" उन्होंने कहा, "मेरी गिरफ्तारी के बाद में, मेरे साथ या साथियों के साथ में क्या होगा, मुझे यह पता है। कोई गिरफ्तारी नहीं होगी। मैं यहीं फांसी लगाऊंगा।"
राकेश टिकैत ने कहा, "ये लोग मेरे कहने पर आए हैं, मेरी जिम्मेदारी है, मैं देश के किसान को बर्बाद नहीं होने दूंगा। ये बिल वापसी होगा।" उन्होंने रोते हुए कहा, "अगर कानून वापसी नहीं होंगे तो राकेश टिकैत आत्महत्या करेगा।" उन्होंने कहा, "किसान को मारने की साजिश बीजेपी के लाग कर रहे हैं।"
इससे थोड़ी देर पहले भी राकेश टिकैत ने सरेंडर करने से इंकार कर किया था। गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि वो सरेंडर नहीं करेंगे। हमारा धरना जारी रहेगा। राकेश टिकैत ने कहा कि लाल किले की घटना के लिए जो जिम्मेदार हैं उनकी कॉल डिटेल निकाली जाए।
राकेश टिकैत ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस धरने पर गिरफ्तारी का प्रयास कर रहा है। राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट भी शांतिपूर्ण तरीके से धरने को जायज ठहराया है। उत्तर प्रदेश गाजीपुर बॉर्डर पर कोई हिंसा नहीं हुई है। इसके बावजूद सरकार दमनकारी नीति अपना रही है। यह उत्तर प्रदेश सरकार का चेहरा है।
राकेश टिकैत ने कहा कि लाल किले पर कौन लोग थे, सुप्रीम कोर्ट के जज उसकी जांच करें। कमेटी जांच करे और पता लगाए कि वहां झंडा लगाने वाले कौन थे। बता दें कि 26 जनवरी को दिल्ली में किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा और तोड़फोड़ हुई थी, जिसमें दिल्ली पुलिस के सैकड़ों कर्मी घायल हो गए थे।