त्रिपुरा: बीजेपी कार्यकर्ताओं पर लेनिन की मूर्ती गिराने का आरोप
त्रिपुरा में तीन दिन पहले ही बीजेपी ने सरकार बनाई है।
अगरतला: त्रिपुरा में सत्ता परिवर्तन के साथ ही लेफ्ट के खिलाफ लोगों का गुस्सा भी सामने आने लगा है। दक्षिणी त्रिपुरा बेलोनिया टाऊन में कॉलेज स्क्वायर पर लगी कम्युनिस्ट आइकन लेनिन की मूर्ती सोमवार दोपहर को गिरा दी गई। ये मूर्ती पिछले पांच साल से यहां खड़ी थी। 48 घंटे पहले चुनावी नतीजों से उत्साहित लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाते हुए मूर्ती को जमीन पर गिरा दिया। इस काम के लिए जीसीबी मशीन भी मंगवाई गई। सीपीएम जहां इसे कम्युनिस्ट फोबिया का एक उदाहरण बताया तो वहीं बीजेपी ने इसे कम्युनिस्टों के खिलाफ लोगों के गुस्सा बताया है।
यहां कि एक स्थानीय नेता ने बताया कि मुझे प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि मूर्ती को गिराकर सर को अलग कर लिया गया और लेनिन की मूर्ती से सर को तोड़कर बीजेपी कार्कर्ताओं ने इससे फुटबॉल खेली। वहीं इस पूरी घटना के दौरान जीसीबी चला रहेो आशीष पाल को इस घटना के बाद गिरफ्तार कर लिया हालांकि बाद में उन्हें जमानत मिल गई। ये मूर्ती साल 2013 में विधानसभा चुनाव जीतते के बाद लगाई गई थी इसे बनान में तीन लाख रुपए का खर्चा आया था। रुपए है। वहीं बीजेपी के नेता इस लोगों की नाराजगी बता रहे हैं। बीजेपी ने तीन दिन पहले ही 60 विधानसभी सीटों वाली त्रिपुरा में 43 सीट जीतकर यहां 25 साल पुरानी लेफ्ट सरकार को बाहर कर दिया है।