BJP के स्थापना दिवस पर एक समय के भोजन का त्याग करें, नड्डा ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने पार्टी कार्यकर्ताओं से सोमवार को अपील की कि लॉकडाउन के दौरान कष्ट का सामना कर रहे लोगों के प्रति सहानूभुति व्यक्त करने के लिए वे पार्टी के 40वें स्थापना दिवस के अवसर पर एक समय के भोजन का त्याग करें।
नई दिल्ली: भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने पार्टी कार्यकर्ताओं से सोमवार को अपील की कि लॉकडाउन के दौरान कष्ट का सामना कर रहे लोगों के प्रति सहानूभुति व्यक्त करने के लिए वे पार्टी के 40वें स्थापना दिवस के अवसर पर एक समय के भोजन का त्याग करें। नड्डा ने भाजपा के स्थापना दिवस के अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए दिशा-निर्देश जारी किए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हें ट्वीट कर कार्यकर्ताओं से इन निर्देशों का पालन करने की अपील की। मोदी ने कहा, ‘‘भाजपा का 40वां स्थापना दिवस ऐसे समय में आया है, जब देश कोविड-19 से जूझ रहा है। मैं कार्यकर्ताओं से आग्रह करता हूं कि वे पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा जी के दिशानिर्देशों का पालन करें और सामाजिक दूरी की महत्ता समझते हुए जरूरतमंदों की मदद करें। आइए, एकजुट होकर भारत को कोविड-19 से मुक्त कराएं।’’
नड्डा ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे जरूरतमंदों को भोजन के पैकेट मुहैया कराएं, घर में बने मास्क वितरित करें और आपात सेवाओं में कार्यरत कर्मियों के प्रति आभार प्रकट करने के लिए लोगों से हस्ताक्षर कराएं। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को सामाजिक दूरी का पालन करना चाहिए। भाजपा अध्यक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की, ‘‘सभी भाजपा कार्यकर्ता पार्टी के स्थापना दिवस पर एक समय के भोजन का त्याग कर, बंद के दौरान कष्टों का सामना कर रहे लोगों के साथ अपनी सहानुभूति व्यक्त करें और पार्टी के देशव्यापी महाभियान ‘फीड द नीडी’ (जरूरतमंद को भोजन कराएं) के तहत खाद्य सामग्री के पैकेट का वितरण जरूरतमंद लोगों के बीच किया जाए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगले एक सप्ताह ऐसी सुदृढ़ व्यवस्था बनाई जाए जिसके अंतर्गत हमारे बूथ के हर व्यक्ति को हम घर पर निर्मित दो फेस मास्क दे सकें। फेस मास्क बनाने एवं वितरण के वीडियो #WearFaceCoverStaySafe के माध्यम से हमें सोशल मीडिया पर अधिक से अधिक प्रचारित करने चाहिए ताकि लोग इसके उपयोग के प्रति जागरुक बनें।’’ नड्डा ने कहा, ‘‘भाजपा कार्यकर्ता कम से कम 40 लोगों को पीएम केयर्स फंड में 100 रुपये का दान देने के लिए प्रोत्साहित करें।’’
नड्डा ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कोरोना वायरस महामारी के कारण पैदा हुई संकट की इस घड़ी में सेवा, स्वच्छता, सहयोग और समर्पण को अपना संस्कार बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘‘40वें स्थापना दिवस के अवसर पर हमें हर बूथ के 40 घरों से संपर्क करके पांच धन्यवाद पत्रों पर उनके हस्ताक्षर लेने हैं। ये पत्र पुलिस, डॉक्टर या नर्स, सफाई कर्मचारी, बैंक कर्मचारी या डाक घर कर्मचारी और सेवा में लगे सरकारी कर्मचारियों को धन्यवाद ज्ञापित करने के लिए होंगे।’’ भाजपा अध्यक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे बंद के समय में अपने घरों में भारतीय जनता पार्टी और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बारे में उपलब्ध साहित्य पढ़ना शुरू करें।
नड्डा ने भाजपा की 40 साल की यात्रा का जिक्र करते हुए एक वीडियो संदेश में कहा कि यह यात्रा संघर्ष और पार्टी कार्यकर्ताओं के बलिदान से भरी रही है। उन्होंने इस अवसर पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और अटल बिहार वाजपेयी को भी स्मरण किया। नड्डा ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं अमित शाह, नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह का भी उल्लेख किया जो पार्टी के अध्यक्ष रहे हैं। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी ने कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया और पार्टी के व्यापक रूप से पांच सिद्धांत हैं जिनमें राष्ट्रवाद और राष्ट्रीय एकता, देश में और पार्टी में लोकतंत्र, सकारात्मक धर्मनिरपेक्षता तथा किसी का तुष्टीकरण नहीं करना और सभी को समानता के साथ देखना तथा मूल्य आधारित राजनीति करना हैं।
उन्होंने कहा कि पार्टी और उसके कार्यकर्ता हमेशा इन सिद्धांतों पर अडिग रहे हैं और आगे भी रहेंगे। बाद में नड्डा ने ट्वीट कर पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे उन पांच आग्रहों को पूरा करें जिनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन के दौरान करने का आह्वान किया है। इनमें जरूरतमंदों को राशन देना, स्वास्थ्यकर्मियों, पुलिसकर्मियों, सफाईकर्मियों, डाक विभाग और बैंकों के कर्मियों को धन्यवाद पत्र देना शामिल है। मोदी ने सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को एक वीडियो संदेश में इस चुनौतीपूर्ण समय में लोगों की मदद के लिए पांच कार्य करने के आग्रह किए। पूर्ववर्ती जन संघ के नेताओं ने छह अप्रैल 1980 को भाजपा की स्थापना की थी। आपातकाल के बाद 1977 में हुए लोकसभा चुनाव में इंदिरा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के खिलाफ मिलकर लड़ने के लिए जनता पार्टी में जनसंघ का विलय हो गया था।