नई दिल्ली: बीजेपी सांसद और राष्ट्रीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने आरोप लगाया है कि मदद के नाम पर कुछ संस्थाओं ने भारत के 3 खिलाड़ियों को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि कुश्ती संघ के अध्यक्ष के नाते कुश्ती टीम के प्रदर्शन से वो खुद निराश हैं। उन्होंने कहा कि कुश्ती टीम को चार पदक जीतना चाहिए था। कुश्ती संघ के अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें सबसे ज्यादा निराशा विनेश फोगाट से हुई जबकि सबसे ज्यादा उम्मीद उन्हीं से थी।
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, "मदद के नाम पर कुछ संस्थाएं खिलाडियों को बर्बाद करते हैं। विनेश फोगाट के साथ भी यही हुआ। विनेश को एक संस्था ने हंगरी भेज दिया जबकि हंगरी से बेहतर अन्य जगह सुविधाएं हैं। हंगरी का कोच अपने घर में रहता था और हमसे पैसे लेता रहा। उसकी पत्नी विनेश के साथ प्रैक्टिस करती थी। उसका खेल बेहतर हुआ और वो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर गयी जबकि विनेश का खेल खराब हुआ।"
उन्होंने कहा, "टीम के अन्य खिलाड़ियों के साथ विनेश रहती और प्रैक्टिस करती तो पदक पक्का था। फोगाट ने इंडियन टीम के साथ रहने से भी ईंकार कर दिया था। कुश्ती किसी एक खिलाड़ी के भरोसे नहीं। आगे सख्त कदम उठाएंगे। पीएम ने संसदीय दल की बैठक में खुद खड़े होकर काफी देर तक ओलंपिक विजेता खिलाड़ियों के सम्मान में तालियां बजाई थीं। पीएम ने कहा कि क्रिकेट को किसी सरकार ने मदद नहीं दिया लेकिन वो गांव गांव तक पहुंचा। ऐसे ही हर खेल गांवों तक पहुंचे इसके लिए सांसद करें प्रयास।"
इस बीच भारतीय कुश्ती महासंघ ने कहा है कि उसने टोक्यो ओलंपिक खेलों में अभियान के दौरान अनुशासनहीनता के लिए स्टार पहलवान विनेश फोगाट को ‘अस्थाई रूप से निलंबित’ कर दिया है और साथ ही दुर्व्यवहार के लिए युवा सोनम मलिक को नोटिस जारी किया है। पता चला है कि टोक्यो खेलों के क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हुई विनेश को नोटिस का जवाब देने के लिए 16 अगस्त तक का समय दिया गया है। इसमें अनुशासनहीनता के तीन आरोप लगाए गए हैं।
कोच वोलेर एकोस के साथ हंगरी में ट्रेनिंग कर रही विनेश वहां से सीधे तोक्यो पहुंची थी जहां उसने खेल गांव में रहने और भारतीय टीम के अन्य सदस्यों के साथ ट्रेनिंग करने से इनकार कर दिया था। साथ ही उन्होंने भारतीय दल के आधिकारिक प्रायोजक शिव नरेश की पोशाक पहनने से इनकार करते हुए अपने मुकाबलों के दौरान नाइकी की पोशाक पहनी।
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