'हिंदू धर्म के खिलाफ बोलने के लिए कांग्रेस नेताओं को गांधी परिवार से मिलती है ऊर्जा', संबित पात्रा ने गिनाए पुराने बयान
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता में कहा कि हिंदू धर्म के खिलाफ बयान देने के लिए कांग्रेस नेताओं को जो ऊर्जा मिलती है वह राहुल गांधी तथा गांधी परिवार से आती है।
नई दिल्ली। हिदुत्व और हिंदूइज्म को लेकर राहुल गांधी के बयान और उससे पहले सलमान खुर्शीद की किताब तथा राशिद अल्वी के बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी के ऊपर हमलावर हो गई है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता में कहा कि हिंदू धर्म के खिलाफ बयान देने के लिए कांग्रेस नेताओं को जो ऊर्जा मिलती है वह राहुल गांधी तथा गांधी परिवार से आती है। संबित पात्रा ने हिंदू धर्म को लेकर दिए कांग्रेस नेताओं के सभी पुराने बयानों का जिक्र किया और साथ में उस शपथपत्र का भी जिक्र किया जिसमें भगवान राम को UPA की सरकार के समय काल्पनिक बताया गया था।
संबित पात्रा ने कहा कि सलमान खुर्शीद हिंदुत्व को बोको हराम या आईएसआईएस से तुलना करते हैं, शशि थरूर हिंदू तालिबान कहते हैं... ये इनके निजी वक्तव्य नहीं होते हैं। दरअसल, ये संयोग नहीं बल्कि प्रयोग है और जो प्रयोगशाला के मुख्य अध्यापक गांधी परिवार के राहुल गांधी हैं। राहुल गांधी के कहने के बाद सलमान खुर्शीद शशि थरूर ने हिंदू धर्म के विरोध में अनर्गल वक्तव्य देते हैं। हिंदूज्म के प्रति कांग्रेस नेताओं में नफरत के लिए ऊर्जा राहुल गांधी और गांधी परिवार से मिलती है। पहली बार नहीं है जो राहुल गांधी हिंदू धर्म के विरोध में कह रहे हैं।
17 दिसंबर 2010 में सामने आया था कि राहुल गांधी ने कहा था कि भारत में आतंकवादियों से बड़ा खतरा देश के हिंदुओं से है। जब हमारी सरकार नहीं थी उस समय यह पूरा विषय सामने आया था। हिंदु पाकिस्तान और हिंदू तालिबान शशि थरूर का वक्तव्य था, पी चिदंबरम ने 25 अगस्त 2010 को पहली बार भगवा आतंकवाद शब्द का प्रयोग किया था, यह अनायास ही नहीं किया था। यह बहुत ही सोचा समझा षडयंत्रकारी जाल बिछाया गया था गांधी परिवार के द्वारा। इंकलाब नाम के अखबार ने राहुल गांधी का वक्तव्य छापा था जिसमें राहुल गांधी कहते हैं कि कांग्रेस हिंदुओं की पार्टी है।
जर्मनी में राहुल गांधी ने भारत की सभ्यता के खिलाफ वक्तव्य दिया था, उन्होंने कहा था कि भारत में महिलाओं के खिलाफ जो अत्याचार होते हैं उसकी वजह भारतीय संस्कृति है। एक ऐसा वक्त था जब राहुल गांधी ने कहा था कि मंदिर जाने वाले लड़कियां छेड़ते हैं, कहा था कि हिंदू धर्म में मंदिर जाने वाले लोग लफंगे होते हैं। यह वही राजनीतिक दल है जिसने 2019 के चुनाव से पहले भगवान श्रीराम के मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई न हो इसके लिए भरसक प्रयास किया गया था, उनकी पार्टी के नेता की तरफ से अदालत में कहा गया था कि मंदिर को लेकर सुनवाई को टाल दिया जाए, 2019 के चुनाव के बाद सुनवाई की मांग की गई थी।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि भगवान राम के अस्तित्व को लेकर सोनिया गांधी की पार्टी ने शपथपत्र दिया था जिसमें भगवान राम को काल्पनिक बताया गया था, यह भी हम जानते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने उपनिषद पढ़े हैं, आप छांदोग्य उपनिषद का उच्चारण करके बता दीजिएगा, आपने हिंदुस्तान का संविधान ही पढ़ लिया हो यही बहुत होगा। आपने न ही भारत का संविधान पढ़ा है, उपनिषद तो बहुत दूर की बात है, आप केवल उपनिषद के नामों का उच्चारण कर लीजिए यही हमारे लिए बहुत होगा। राहुल जी ने देश की 130 करोड़ जनता के मन को ठेस पहुंचाई है हिंदू धर्म के विरोध में कहकर, उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म के लोग दूसरों को मारते हैं काटते हैं।
पात्रा ने अटल जी की कविता का जिक्र करते हुए कहा कि- होकर स्वतंत्र मैने कब चाहा है कर लूं सबको गुलाम, मैने तो सदा सिखाया है करना अपने मन को गुलाम, गोपाल राम के नामों पर कब मैने अत्याचार किया कब दुनिया को हिंदू करने घर घर नरसंहार किया, कोई बताए काबुल में जाकर कितनी मस्जिदें तोड़ी, भू भाग नहीं शत शत मानव के हृदय के जीतने का मेरा निश्चय हिंदू तन मन हिंदू जीवन रग रग हिंदू मेरा परिचय। रोज रोज जो आप सावरकर जी के खिलाफ जहर फैला रहे हैं, गांधी ने सावरकर के लिए अच्छा कहा और सारवरकर ने गांधी के लिए अच्छा कहा, महाराष्ट्र में आपकी सरकार है और सावरकर जैसे हिंदुस्तान के गौरव पर एक मराठी मानुष पर रोज हमला करते हैं, मुझे आश्चर्य है कि कुछ राजनीतिक दल महाराष्ट्र में आपकी बातों को सहते कैसे हैं।
कांग्रेस के डिजिटल कैंपेन के उद्घाटन कार्यक्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि हिन्दुस्तान में दो विचारधाराएं हैं, एक कांग्रेस पार्टी की और एक RSS की। आज के हिन्दुस्तान में बीजेपी और RSS ने नफरत फैला दी है और कांग्रेस की विचारधारा जोड़ने, भाईचारे और प्यार की है। 2014 से पहले विचारधारा की लड़ाई केंद्रित नहीं थी लेकिन आज के हिन्दुस्तान में विचारधारा की लड़ाई सबसे महत्वपूर्ण हो गई है। हमें जिस गहराई से अपनी विचारधारा को समझना व फैलाना चाहिए वो हमने छोड़ दिया, अब समय आ गया है कि हमें अपनी विचारधारा को अपने संगठन में गहरा करना है। बीजेपी हिन्दुत्व की बात करती है। हम कहते हैं कि हिन्दू धर्म और हिन्दुत्व में फर्क है क्योंकि अगर फर्क नहीं होता तो नाम एक ही होता।