कोलकाता: पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि राज्य में नागरिकता (संशोधन) कानून लागू होकर रहेगा और न तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और न ही उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस इसे रोक पाएगी। घोष कहा कि पश्चिम बंगाल यह कानून लागू करने वाला पहला राज्य बनेगा। उन्होंने कहा, "इससे पहले उन्होंने अनुच्छेद 370 और नोटबंदी का भी विरोध किया था, लेकिन वे केन्द्र सरकार को इसे लागू करने से नहीं रोक पाए। ऐसे ही राज्य में नया नागरिकता कानून लागू होकर रहेगा।"
नहीं लागू होने देंगे CAB: ममता बनर्जी
गौरतलब है संशोधित नागरिकता अधिनियम की सबसे मुखर आलोचकों में से एक ममता ने संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि वह किसी भी परिस्थिति में अपने राज्य में नया कानून लागू नहीं होने देंगी, जिसपर भाजपा की ओर से यह बयान आया है। ममता बनर्जी ने कहा कि ‘‘हम कभी भी राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और नागरिकता कानून को बंगाल में अनुमति नहीं देंगे। हम नागरिकता कानून में संशोधन को लागू नहीं करेंगे, भले ही इसे संसद ने पारित किया है। भाजपा राज्यों को इसे लागू करने के लिए बाध्य नहीं कर सकती।’’
विरोध प्रदर्शनों का ऐलान
राज्य में सिलसिलेवार विरोध प्रदर्शनों की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती से जुड़े समारोह से संबंधित बैठक में शामिल होने के लिए प्रस्तावित दिल्ली यात्रा भी रद्द कर दी है। उन्होंने कहा, ‘‘नागरिकता कानून भारत को विभाजित करेगा। जब तक हम सत्ता में हैं, राज्य के एक भी व्यक्ति को भी देश नहीं छोड़ने देंगे।’’ इन्हीं बयानों के बीच बंगाल में कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने सार्वजनिक संपत्ति में तोड़फोड़ की और पुलिस के झड़प हुई।
प्रदर्शनकारियों ने की तोड़फोड़
पश्चिम बंगाल में इस कथित विभाजनकारी कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मुर्शिदाबाद जिले में स्थित बेलडांगा रेलवे स्टेशन परिसर में आग लगा दी और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) जवानों पर हमला किया। अधिकारियों के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने बेलडांगा पुलिस थाने में तोड़फोड़ की और मुर्शिदाबाद के रघुनाथगंज पुलिस थाना क्षेत्र में वाहनों में आग लगा दी। अतिरिक्त पुलिस जवानों को प्रभावित इलाके में भेजा गया। पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में प्रदर्शन के चलते रेल और सड़क यातायात प्रभावित हुआ।
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