बीजेपी ने कश्मीर को बदला घृणित प्रयोगशाला में, 1990 से भी बुरे दौर में घाटी- कांग्रेस
पीएम की विदेशी यात्राओं से भारत को क्या हासिल हुआ जब वह मानव अधिकारों के कथित उल्लंघन को लेकर संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट को रोकने में नाकाम रहे।
नई दिल्ली: कांग्रेस ने कश्मीर मुद्दे को लेकर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला और कहा कि इसे उनकी सरकार की सबसे बड़ी "असफलताओं" में से एक बताया। इसके साथ्र ही पार्टी ने आश्चर्य जताया कि उनकी विदेशी यात्राओं से भारत को क्या हासिल हुआ जब वह मानव अधिकारों के कथित उल्लंघन को लेकर संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट को रोकने में नाकाम रहे। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने घाटी की स्थिति को लकर अपनी पार्टी की चिंता को रेखांकित किया और सरकार से कहा कि 28 जून को शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए उठाए गए कदमों को वह सार्वजनिक करे। उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में सवाल किया , ‘‘ क्या आप (सरकार) तीर्थयात्रियों को सुरक्षा देने में सक्षम हैं ?’’ खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस कश्मीर मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक के लिए चार साल से इंतजार कर रही है।
उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने " सांप्रदायिक राजनीति " के प्रयोग के लिए कश्मीर को ‘‘ घृणित प्रयोगशाला " में बदल दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि घाटी की स्थिति केंद्र सरकार की न केवल आंतरिक नीतियों बल्कि इसकी विदेश नीति की भी विफलता है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि घाटी की मौजूदा स्थिति 1990 के दशक की तुलना में बदतर हो गयी है। उन्होंने कहा कहा कि कानून व्यवस्था की समस्याओं के कारण चुनाव आयोग अनंतनाग में लोकसभा उपचुनाव कराने में असमर्थ है। खेड़ा ने कहा कि वर्तमान सरकार के तहत एक उपचुनाव में सिर्फ सात प्रतिशत मतदान हुआ जबकि संप्रग कार्यकाल के दौरान 71 प्रतिशत मतदान हुआ था। उन्होंने कहा , ‘‘ कश्मीर मोदी सरकार की सबसे बड़ी विफलताओं में से एक के रूप में सूचीबद्ध होगा। 1990 के दशक में जो स्थिति थी , वहां की मौजूदा स्थिति शायद उससे भी बदतर हो रही है। ’’ उन्होंने कहा कि 27 दिनों में वहां 57 बड़े हमले हुए हैं। खेड़ा ने दावा किया कि दुनिया इसे एक क्षेत्रीय मुद्दे के रूप में देखती थी वहीं भाजपा ने इसे सांप्रदायिक रंग दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कठुआ में एक मुस्लिम जनजाति की बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या का जिक्र किया।
उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ दल के मंत्रियों ने इस मुद्दे को सांप्रदायिक रंग दिया। कांग्रेस नेता ने कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र की " एक तरफा " रिपोर्ट को लेकर भी प्रधानमंत्री पर निशाना साधा उन्होंने सवाल किया कि देश उनकी तथाकथित सद्भावनापूर्ण विदेशी यात्राओं से क्या फायदा हुआ जिनके बारे में वह जिक्र करते रहते हैं। खेड़ा ने आरोप लगाया , ‘‘ इस तरह की कोई रिपोर्ट शायद स्वतंत्र भारत के इतिहास में कभी नहीं आयी। क्या भारत आपके कारण शर्मिंदा नहीं है। यह आपका ‘‘ अपराध ’’ है मोदी जी कि आपने ऐसी रिपोर्ट आने की अनुमति दी। ’’ उन्होंने सरकार से कश्मीर मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने की मांग की।