नई दिल्ली: बिहार में इंटर के परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद छात्रों का प्रदर्शन जारी है। छात्रों ने लगातार तीसरे दिन पटना में प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में छात्र बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के दफ्तर पहुंचे और नारेबाजी की। यहां पर बिहार के कई इलाकों से छात्र अपनी मार्कशीट के साथ पहुंचे। कई छात्रों का कहना था कि वो इंजीनियरिंग की परीक्षा जेईई क्वालीफाई कर चुके हैं लेकिन इंटर की परीक्षा में कैसे फेल हो गए।
जेईई मेन में पास कर जाने वाले सैकड़ों छात्र इंटर में फेल कर दिए गए हैं। कई छात्र ऐसे हैं जिन्होंने सभी विषयों की परीक्षा दी, लेकिन रिजल्ट में उन्हें अबसेंट करार दिया गया है। इतना ही नहीं कई छात्रों को कई विषयों में शून्य अंक दिए गए हैं। इस झोलझाल से नाराज राज्य भर से आए सैकड़ों परीक्षार्थियों ने गुरुवार को भी बिहार बोर्ड उच्च माध्यमिक के कार्यालय के गेट पर हंगामा किया।
छात्रों का कहना है कि जेईई मेन पास कर लेने के बाद इंटर में फेल कर देना किसी सदमें से कम नहीं। अब करियर दांव पर लग गया है। बेहद आक्रोशित छात्रों ने कहा कि हर साल का एक ही ड्रामा है, बिहार बोर्ड अपनी गलतियों को मानने से हमेशा इंकार कर देती है। जिससे ना सिर्फ छात्रों का जीवन बल्कि देश भर में बिहार की बदनामी होती है। व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के वजाय सरकार सिर्फ बयानबाजी करती रहती है।
वहीं, बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा है कि इंटर परीक्षा के रिजल्ट में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है, लोग अफवाह फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि न तो किसी को ज्यादा नंबर दिया गया और ना ही कम। अगर कोई गड़बड़ी हुई है तो फॉर्म भरने में हुई है और इसका जिम्मेवार बोर्ड नहीं है।
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