पटना: बिहार में लगातार छठे दिन भी पटना की हालत बहुत बुरी है। राजेन्द्र नगर और कंकड़बाग इलाके में 10 फीट तक पानी भरा हुआ है। लोगों को लगातार रेस्क्यू किया जा रहा है लेकिन पानी का स्तर नहीं घट रहा है। पिछले 48 घंटे से पटना में बारिश रुकी हुई है लेकिन लोगों के लिए चिंता की बात ये है कि मौसम विभाग ने आज फिर से जोरदार बारिश की आशंका जताई है।
मौसम विभाग की मानें तो पटना समेत बिहार के 13 जिलों में अगले 24 घंटे के लिए भारी बारिश की आशंका जताई है। मतलब गटर में पहुंच चुकी सरकार को अब और मेहनत करनी पड़ेगी। अब सवाल पूछने पर जवाब में मुंबई या अमेरिका वाला बहाना भी नहीं चलेगा। वहीं राहत कार्यों की धीमी गति ने लोगों की नाराजगी बढ़ा दी है।
पटना सहित कई स्थान पिछले कुछ दिनों से जलमग्न हैं। बुधवार को पटना में बाढ़ प्रभावित इलाकों से पानी निकाला जा रहा था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों से धैर्य बनाए रखने का आग्रह किया है लेकिन पटना के विभिन्न इलाकों में पानी भरे होने के बारे में एक पत्रकार द्वारा लगातार सवाल पूछे जाने पर मंगलवार देर रात उन्होंने अपना आपा खो दिया।
कुमार ने पूछा कि क्या मुंबई में बाढ़ आने पर या जब अमेरिका में बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था, इसी तरह का आक्रोश था। राज्य सरकार के एक बयान के अनुसार बारिश से प्रभावित लोगों की कुल संख्या 17.09 लाख है। वर्षा से प्रभावित जिलों में पटना, भोजपुर, भागलपुर, खगड़िया, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय और वैशाली शामिल हैं।
राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, वर्षा से प्रभावित क्षेत्रों में 42 मौतें होने की सूचना है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि पटना में जलजमाव के लिए जनता नहीं राजग जिम्मेदार है और हम जनता से क्षमा याचना करेंगे। बेगूसराय से सांसद सिंह ने कहा कि बारिश से पहले अलर्ट जारी किया गया था लेकिन राज्य सरकार प्रशासनिक मशीनरी को आगाह करने में नाकाम रही।
Latest India News