बिहार में महादलित महिलाओं को मंदिर में प्रवेश से रोका
दास टोला निवासी मंगिनी देवी ने कहा, "हम जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस महानिरीक्षक व पुलिस उपमहानिरीक्षक के समक्ष इस घटना के संबंध में और दलित महिलाओं के लिए मंदिर के कपाट खुलवाने में स्थानीय पुलिस की नाकामी को लेकर लिखित शिकायत दर्ज कराएंगे।"
पटना: बिहार में भागलपुर जिले के एक गांव में उस समय तनाव बढ़ गया, जब दर्जनभर महादलित महिलाओं को मंदिर में घुसने से रोक दिया गया। इन महिलाओं को शुक्रवार को 200 साल पुराने काली मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया गया, जिसके बाद इन महिलाओं ने प्रशासन के समक्ष एक लिखित शिकायत दर्ज कराई और उनसे मामले में हस्तक्षेप करते हुए न्याय दिलाने की मांग की। ये भीपढ़ें: भारत और चीन में बढ़ी तल्खियां, जानिए किसके पास है कितनी ताकत
दास टोला निवासी मंगिनी देवी ने कहा, "हम जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस महानिरीक्षक व पुलिस उपमहानिरीक्षक के समक्ष इस घटना के संबंध में और दलित महिलाओं के लिए मंदिर के कपाट खुलवाने में स्थानीय पुलिस की नाकामी को लेकर लिखित शिकायत दर्ज कराएंगे।"
पुलिस थाने के प्रभारी राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि स्थानीय पुलिस द्वारा मंदिर के कपाट बार-बार खुलवाने के प्रयास के बावजूद मंदिर के कपाट शुक्रवार देर रात तक बंद रहे।
मंगिनी ने कहा कि दलित महिलाओं को मंदिर के बाहर से ही प्रार्थना करने पर दबाव बनाया गया, लेकिन महिलाओं ने ऐसा करने से इनकार कर दिया।