बिहार का टॉपर गणेश गिरफ़्तार, उम्र छुपाने का आरोप, नेहा कुमारी होंगी टॉपर
बिहार में इंटर रिजल्ट घोषित होने के तीन दिनों बाद आर्ट्स टॉपर गणेश कुमार को गिरफ़्तार कर लिया गया है। उस पर बिहार बोर्ड को धोखे में रखने और उम्र छुपाने का आरोप है।
पटना: बिहार में इंटर रिजल्ट घोषित होने के तीन दिनों बाद आर्ट्स टॉपर गणेश कुमार को गिरफ़्तार कर लिया गया है। उस पर बिहार बोर्ड को धोखे में रखने और उम्र छुपाने का आरोप है। गणेश के साथ ही स्कूल का प्राचार्य सहित कई अज्ञात लोग भी आरोपी बनाए गए हैं। बोर्ड द्वारा की गई अब तक की जांच में पता चला है कि गणेश ने 27 साल के अंदर दो बार मैट्रिक और इंटर की परीक्षा दी।
बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरे मामले का खुलासा किया। बोर्ड ने गणेश को शुक्रवार को अपने ऑफिस बुलाया था। फर्ज़ीवाड़े की पुष्टि होने के बाद कोतवाली पुलिस को बुलाया गया और वहीं से गणेश गिरफ्तार कर लिया गया।
समिति के रिकार्ड से खुली पोल
बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि गणेश कुमार का सही नाम गणेश राम, पिता का नाम शंकर नाथ राम है। उसकी जन्मतिथि सात नवंबर, 1975 है। गणेश राम के नाम से उसने 1990 में मैट्रिक की परीक्षा सीआरएसआर हाइस्कूल, सरिया, गिरिडीह से दी थी। इसके बाद 1992 में इंटर की परीक्षा गवर्नमेंट गर्ल्स हाइस्कूल पचंबा, झुमरी तिलैया से दी। उस समय कॉमर्स संकाय में इसे 529 अंक प्राप्त हुए थे। 25 साल बाद 2015 में गणेश राम ने अपना नाम और जन्मतिथि बदल ली लेकिन पिता का नाम नहीं बदला। नाम बदल कर गणेश कुमार और जन्मतिथि छह जून, 1992 कर ली। इस जन्मतिथि से 2015 में संजय गांधी उच्च विद्यालय, लक्षमिनिया शिवाजीनग, समस्तीपुर से दोबारा मैट्रिक की परीक्षा दी और प्रथम श्रेणी में 330 अंकों के साथ पास किया। इसके बाद 2017 में रामनंदन सिंह जगदीप नारायण उच्च माध्यमिक इंटर कॉलेज, चकहबीव, समस्तीपुर से इंटर की परीक्षा दी और आर्ट्स का स्टेट टॉपर बन गया।
गणेश को कारण बताओ नोटिस
गणेश कुमार के इंटर, 2017 के रिजल्ट को स्थगित कर दिया गया है और उसे कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिनों में जवाब मांगा गया है। उससे पूछा गया है कि क्यों न उसके रिज़ल्ट को रद्द कर दिया जाये। गणेश कुमार के साथ संजय गांधी हाइस्कूल, लक्षमिनिया शिवाजीनगर और रामनंदन सिंह जगदीप नारायण उच्च माध्यमिक इंटर कॉलेज, चकहबीव , समस्तीपुर के प्रबंधन पर भी प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। समिति ने इन स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
नेहा कुमारी अब होंगी स्टेट टॉपर
आटर्स संकाय की सेकेंड टॉपर नेहा कुमारी को अब स्टेट टॉपर घोषित किया जाएगा। अभी तीन दिनों तक आर्ट्स संकाय के स्टेट टॉपर को स्थगित कर दिया गया है। नेहा कुमारी एलएनजीआरएस पीआरओ गर्ल्स हाइस्कूल, राजनगर, मधुबनी की छात्रा है।
सभी स्टेट टॉपरों की कॉपियां वेबसाइट पर होंगी जारी
इंटर आर्ट्स के टॉपर गणेश कुमार की योग्यता पर सवाल उठने के बाद अब बिहार विद्यालय परीक्षा समिति तमाम टॉपरों की उत्तर पुस्तिकाओं को सार्वजनिक करने जा रही है। साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स के स्टेट टॉपर की उत्तर पुस्तिकाओं की स्कैन कॉपी को समिति की वेबसाइट पर डाला जायेगा।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पहला बोर्ड होगा जो टॉपरों की उत्तर पुस्तिकाओं को सार्वजनिक करेगा। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि इंटर के टॉपरों की उत्तर पुस्तिकाओं को समिति की वेबसाइट पर डाला जायेगा। इससे 2018 में इंटर की परीक्षा में शामिल होनेवाले परीक्षार्थियों को पता चलेगा कि प्रश्नों का उत्तर कैसे लिखना चाहिए। मैट्रिक के टॉपरों की भी उत्तर पुस्तिकाओं की सॉफ्ट कॉपी वेबसाइट पर डाली जायेगी।
गणेश का दावा मैं गणेश राम नहीं, गणेश कुमार हूं
फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद उम्र के बारे में पूछने पर गणेश ने दावा किया कि उसकी उम्र 24 साल है। उसने कहा कि उसने एक ही बार 2015 में मैट्रिक और 2017 में इंटर की परीक्षा दी है। गणेश ने दावा किया कि उसका नाम गणेश राम नहीं, बल्कि गणेश कुमार है। शादी के बारे में पूछे जाने पर उसने कहा कि मेरी शादी 19 साल की उम्र में हो गई थी और एक पांच साल का बच्चा भी है।
वास्तविक उम्र में 18 साल का अंतर
गणेश ने जो उम्र बता कर इंटर परीक्षा दी और उसकी वास्तविक उम्र में 18 साल का अंतर है। जो गणेश 24 वर्ष की उम्र में बिहार में इंटर परीक्षा देकर टॉपर बना है, उसकी वास्तविक उम्र 42 साल है। उसने वर्ष 1990 में ही गिरिडीह के सरिया में स्थित एसआरएसएसआर हाइस्कूल से मैट्रिक की परीक्षा दी थी जो गणेश कुमार उर्फ गणेश राम (पिता शंकर नाथ राम) ने द्वितीय श्रेणी से पास की थी।
बंगाल का रहनेवाला है गणेश
बताया जाता है कि गणेश मूल रूप से पश्चिम बंगाल के वीरभूम जिले के सैथिया का रहनेवाला है। पिछले कई वर्षों से उसका परिवार सरिया में रह रहा है। सरिया में रह रही गणेश की बहन मुक्ता का कहना है कि उसका भाई काफी मेहनती है। पिताजी शंकर नाथ राम पेंटर का काम करते थे। 2009 में पिताजी के निधन के बाद घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी जिसके कारण मजदूरी करने गणेश समस्तीपुर चला गया। समस्तीपुर में मजदूरी कर संजय गांधी हाइस्कूल लक्ष्मीनिया से मैट्रिक परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास की जबकि रामनंदन सिंह जगदीप नारायण उच्च माध्यमिक विद्यालय, चकहबीब, समस्तीपुर से 2017 में इंटर परीक्षा (आर्ट्स) दी, जिसमें टॉप किया है।
चिटफंड कंपनी का था एजेंट
गणेश के मित्र संजय कुमार मंडल का कहना है कि गणेश ने 1990 में मैट्रिक की परीक्षा दी और सरिया के कॉलेज में भी नामांकन भरा था। बाद में वह रेमल नाम की नॉन बैंकिंग कंपनी के लिए काम करने लगा था। कंपनी का आफ़िस बंद होने पर लगभग चार साल के बाद उसने सरिया छोड़ दिया। संजय ने बताया कि गणेश उसका सहपाठी था। वहीं, एक अन्य स्थानीय सौरभ सोनी भी कहते हैं कि गणेश रेमल इंडिया नामक नॉन बैंकिंग कंपनी में बतौर एजेंट काम कर चुका था. कंपनी के बंद हो जाने के बाद से गणेश परेशान रहता था और उसके बाद से गणेश सरिया को छोड़ दिया।