पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को राज्य में नवसृजित पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय का औपचारिक उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने शिक्षकों को जल्द सातवें वेतनमान का लाभ देने की घोषणा की। पटना में शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में नीतीश ने नवसृजित पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय का विधिवत उद्घाटन किया। यह विश्वविद्यालय मगध विश्वविद्यालय से अलग कर बनाया गया है, जिसमें पटना, नालंदा समेत अन्य जिलों के कॉलेजों को शामिल किया गया है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के शिक्षकों को जल्द ही सातवें वेतनमान का लाभ मिलेगा। इस क्रम में उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को जल्द एक समिति गठित करने का भी निर्देश दिया। नीतीश ने शिक्षकों को छात्रों पर विशेष ध्यान देने की अपील करते हुए कहा, "शिक्षक छात्रों की और पढ़ाई के स्तर की चिंता करें और उनकी चिंता हम करेंगें।"
उन्होंने पाटलिपुत्र की धरती को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इस विश्वविद्यालय का जिस तरह ऐतिहससिक नाम है उसी तरह इसका ऐतिहाससिक काम भी होगा। उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा इस विश्वविद्यलय को बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की तरह बनाने की है।
इस मौके पर राज्य के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि यह विश्वविद्यालय एक दिन मगध की शान बनेगा। उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि आज बिहार में जितने छात्र-छात्राएं सरकारी विश्वविद्यालयों में अध्ययन कर रहे हैं, उतने छात्र किसी भी राज्य के सरकारी विश्वविद्यालयों में शिक्षा ग्रहण नहीं कर रहे हैं।
इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति गुलाबचंद राम जायसवाल, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा सहित विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य, व्याख्याता एवं छात्र उपस्थित रहे।
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