मुंबई: मुंबई में हुए हादसे को लेकर एक और खुलासा हुआ है। शिवसेना ने एलिफिस्टन ब्रिज की चौड़ाई बढ़ाने के लिए पूर्व रेल मंत्री सुरेश प्रभु को चिट्ठी भी लिखी थी लेकिन रेलवे ने इसपर कोई पहल नहीं की। शिवसेना के मुताबिक उनके दो सांसदों ने 2015 ब्रिज को चौड़ा करने के लिए तत्कालीम रेल मंत्री सुरेश प्रभु को चिट्ठी लिखी थी जिसमें साफ-साफ लिखा गया था कि एलिफिस्टन ब्रिज को जल्द से जल्द चौड़ा किया जाए।
'प्रभु' सुन लेते, तो ये न होता !
शिवसेना सासंदों की इस चिट्ठी का तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने जवाब दिया था जिसमें उन्होंने लिखा था कि पिछले एक साल के दौरान रेल मुसाफिरों की सहूलियत के लिए रंलवे ने कई नए प्रोजेक्ट शुरू किए हैं। सुरेश प्रभु ने फंड की कमी और ग्लोबल मंदी का हवाला देकर कहा था कि आपकी मांग जायज है लेकिन अभी फंड नहीं है लिहाज़ा ये अभी मुमकिन नहीं है।
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गौरतलब है कि मुंबई में परेल के एलफिंस्टन ब्रिज पर भगदड़ मचने से 22 लोगों की मौत हो गई है जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल हैं। किसी को अनुमान भी नहीं था कि बाहर हो रही बारिश से बचने के लिए ब्रिज के नीचे खड़े होंगे तो मौत आ जाएगी। ब्रिज बहुत छोटा था। लोग इतने ज्यादा हो गये कि कोई अपनी जगह से हिल भी नहीं पा रहा था और फिर वो हो गया जो किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था।
हादसे का ज़िम्मेदार कौन ?
- 1911 में बना एलफिन्स्टन ब्रिज 106 साल पुराना है
- ब्रिज एलफिंस्टन रोड स्टेशन और परेल स्टेशन को जोड़ता है
- पुल पर रोज़ाना करीब तीन लाख लोग गुजरते हैं
- पुल की खस्ता हालत सुधारने की कई बार मांग हुई
- ब्रिज को चौड़ा करने की मांग भी कई बार की गई
PM मोदी ने जताया दुख
हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। पीएम ने ट्विटर पर लिखा है, जिन लोगों की इस भगदड़ में जान चली गई, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं... जो लोग जख्मी हुए हैं... उनके लिए मैं दुआएं करता हूं...
रेल मंत्री पीयूष गोयल मुंबई में ही थे उन्होंने मौके पर पहुंच कर हालात का जायज़ा लिया। पीयूष गोयल केईएम अस्पताल में घायलों को देखने भी पहुंचे। रेलवे ने हादसे की हाईलेवल जांच के आदेश दे दिए हैं।
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