नई दिल्ली: 8 नवंबर को नोटबंदी के एक साल पूरे हो रहे हैं। ऐसे में पूरे देश में इस बात चर्चा हो रही है कि नोटबंदी से देश को क्या हासिल हुआ। जहां सरकार नोटबंदी को देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ा कदम बता रही है वहीं विपक्ष एक नुकसानदेह कदम बता रहा है। इंडिया टीवी पर नोटबंदी को लेकर बड़ी बहस में केंद्र सरकार में मंत्री जयंत सिन्हा और कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सूरजेवाला आमने-सामने रहे।
केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने नोटबंदी को देशहित में बताते हुए कहा कि इससे हमे जीडीपी बढ़ाने में मदद मिली। अर्थव्यवस्था में जो कालाधन था वह बैंकिंग सिस्टम में आ गया और टैक्स चोरी करनेवालों की पहचान में भी मदद मिली। वहीं उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद कैश ट्रांजैक्शन कम हो गया है और डिजिटल ट्रांजैक्शन बढ़ा है। वहीं नोटबंदी के चलते हुई मौतों के सवाल पर जयंत सिन्हा ने कहा कि अगर ऐसा हुआ है तो वह बेहद दुखद है। मैं मृतकों के प्रति शोक प्रकट करता हूं। हो सकता है संबंधित व्यक्ति की तबीयत खराब रही हो और उसे लाइन में खड़ा होना पड़ा हो।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सूरजेवाला ने कहा कि नोटबंदी एक तुगलकी फरमान के तहत किया गया। रणदीप सूरजेवाला ने सवाल उठाते हुए कहा कि नोटबंदी के दौरान जिन 150 लोगों की मौत हुई उसका जिम्मेदार कौन है। नोटबंदी के बाद 3 करोड़ 72 लाख लोगों की नौकरी चली गई उसके लिए कौन जिम्मेदार है। सूरजेवाला ने कहा कि नोटबंदी से कुछ महीने पहले बैंकों में साढ़े 6 लाख करोड़ रुपये कैसे बढ़ जाते हैं। बीजेपी ने 18 शहरों में करोड़ों की प्रॉपर्टी खरीदी, इसका जवाब कौन देगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि मुझे 50 दिन दीजिए फिर किसी चौराहे पर बुला लेना और जो सजा देना होगा वो मुझे मंजूर होगा। सूरजेवाला ने कहा कि नोटबंदी के दिन पश्चिम बंगाल के बैंक में बीजेपी के खाते में पुराने नोट जमा कराए गए। बीजेपी ने 18 जिलों में करोड़ों की प्रॉपर्टी खरीदी। तीन करोड़ रुपया बीजेपी के कार्यालय से लखनऊ भेजा जा रहा था पकड़ा गया। जब लोग बेटियों की शादी कैंसिल कर रहे थे आपके पार्टी के जनार्दन रेड्डी करोड़ों खर्च करते हैं। जीएसटी पर सरकार के घेरते हुए सूरजेवाला ने कहा कि आपने कहा था कि वन नेशन वन टैक्स लागू करेंगे लेकिन आपने तो वन नेशन सेवन टैक्स लागू कर दिया।
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