हैदराबाद: भारत बायोटेक ने सोमवार को कहा कि वह चार टीका उत्पादन इकाइयों की स्थापना कर रही है, जिनकी संयुक्त उत्पादन क्षमता 70 करोड़ खुराक प्रतिवर्ष होगी। भारत बायोटेक के कोविड-19 टीके ‘कोवैक्सीन’ को औषधि नियामक द्वारा आपात इस्तेमाल की अनुमति मिली है। भारत बायोटेक के चेयरमैन कृष्णा एल्ला ने इस आरोप से इनकार किया कि शहर में स्थित टीका निर्माता के पास कोवैक्सीन के आंकड़ों की कमी है।
उन्होंने कहा कि पहले ही पर्याप्त आंकड़े सामने आ चुके हैं और यह इंटरनेट पर उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम चार इकाइयों की स्थापना कर रहे हैं। हम हैदराबाद में लगभग 20 करोड़ खुराक (प्रति वर्ष), अन्य शहरों में 50 करोड़ खुराक के उत्पादन की योजना बना रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि 2021 तक हमारे पास 760 करोड़ खुराक की क्षमता होगी। जैसा कि हम कहते हैं कि हमारे पास दो करोड़ खुराक हैं।
उन्होंने कहा कि ‘कोवैक्सीन’ का वर्तमान में 24,000 स्वयंसेवकों के साथ तीसरे चरण का क्लीनिकल परीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने आंकड़ों की उपलब्धता संबंधी आरोपों पर कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम एकमात्र कंपनी हैं, जिसके बारे में मैं स्पष्ट रूप से कह सकता हूं कि उसे व्यापक अनुसंधान अनुभव है। कई लोग कहते हैं कि मैं अपने आंकड़ों को लेकर पारदर्शी नहीं हूं। मुझे लगता है कि लोगों में इंटरनेट पर पढ़ने के साथ ही हमारे लेखों को देखने का धैर्य होना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि भारतीय कंपनियों को कमतर मानकर निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी का कार्य फाइजर से कम नहीं है, जिसने हाल ही में कोरोना वायरस के लिए एक टीका बनाया है।
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