भारत बंद: SC/ST Act के खिलाफ सड़कों पर उतरे सवर्ण, बिहार में सबसे ज्यादा असर, ट्रेनें रोकीं, आगजनी
देश भर के सवर्ण आज सड़क पर उतरे। शहर शहर विरोध हुआ और हंगामा हुआ। कहीं आगजनी हुई, कहीं चक्का जाम हुआ तो कहीं रेल की पटरी पर प्रदर्शन हुआ। भारत
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति अत्याचार निरोधक कानून (एससी/एसटी एक्ट) में संशोधन को लेकर सवर्ण संगठनों द्वारा आहूत एक दिवसीय ‘भारत बंद’ का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। देश भर के सवर्ण आज सड़क पर उतरे। शहर शहर विरोध हुआ और हंगामा हुआ। कहीं आगजनी हुई, कहीं चक्का जाम हुआ तो कहीं रेल की पटरी पर प्रदर्शन हुआ। भारत बंद का सबसे ज्यादा असर बिहार में देखा जा रहा है। बिहार में एससी/एसटी कानून के विरोध में सवर्ण समुदायों के राष्ट्रव्यापी बंद के कारण गुरुवार को आम जनजीवन प्रभावित हुआ।
राजधानी पटना में बंद समर्थकों ने शहर के व्यस्तम डाकबंगला चौराहे के पास वीरचंद पटेल रोड स्थित भाजपा और जदयू के प्रदेश मुख्यालयों के समक्ष प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी आरोप लगा रहे थे कि उन्होंने जिस दल को वोट दिया उन्होंने उनके साथ धोखा किया। पटना शहर में बंद समर्थकों ने राजेंद्र नगर रेलवे स्टेशन के समीप ट्रेनों को रोका। मुजफ्फरपुर में बंद समर्थकों ने सीतामढी, दरभंगा, छपरा और पटना जाने वाले मुख्य मार्गों राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 28, 57, 77 और 102 को जाम किया तथा सड़क पर आगजनी की। बंद के दौरान जगह जगह से हंगामे और मारपीट की खबरें हैं।
इसी के चलते मुजफ्फरपुर में अवध असम एक्सप्रेस ट्रेन कई घंटे से खड़ी है। मुजफ्फरपुर शहर में बंद समर्थकों ने भाजपा से बिहार सरकार में मंत्री सुरेश शर्मा के घर के पास कलमबाग चौक पर जाम लगाया। बंद समर्थकों ने शहर स्थित एलएस कॉलेज विश्वविद्यालय को बंद करवा दिया तथा लोगों को पैदल चलने से भी रोका। गया जिले में बंद समर्थकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 82 को दो स्थानों पर जाम कर यातायात बाधित किया।
दरभंगा में बंद के कारण दिल्ली जाने वाली बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन को एक घंटे तक, सहरसा से आने वाली जानकी एक्सप्रेस ट्रेन को 50 मिनट तक लहेरियासराय स्टेशन पर रोका गया। दरभंगा शहर में बड़ी संख्या में दुकानें बंद हैं। मिथिला विश्वविद्यालय, के एस डी एस विश्वविद्यालय सहित स्कूल एवं कॉलेज बंद हैं। बेगूसराय में एससी-एसटी कानून का विरोध कर रहे लोगों ने एनएच 28 एवं 31 तथा राजकीय राजमार्ग 55 को विभिन्न स्थानों पर अवरुद्ध किया।
जहानाबाद, मुंगेर, भागलपुर, नालंदा जिला मुख्यालय, नवादा आदि जिलों में भी विभिन्न स्थानों से आंदोलनकारियों द्वारा सड़क और रेलमार्ग रोकने की खबरें हैं। जमालपुर—किउल रेलखंड के मसुदन रेलवे स्टेशन पर भागलपुर दानापुर इंटरसिटी एक्सप्रेस को कई घंटे तक रोककर रखा गया। डिब्रूगढ़-दिल्ली ब्रह्मपुत्र मेल व सियालदह वाराणसी अपर इंडिया एक्सप्रेस ट्रेन जहां जमालपुर रेलवे स्टेशन पर काफी देर से खड़ी हैं वहीं साहिबगंज इंटरसिटी एक्सप्रेस को कजरा में रोके रखा गया है। इसके साथ ही सहरसा—जमालपुर पैसेंजर ट्रेन मुंगेर स्टेशन में खड़ी है।
भोजपुर, समस्तीपुर, शिवहर, लखीसराय, मधुबनी सहित अन्य स्थानों पर भी बंद समर्थकों ने सड़क जाम और प्रदर्शन किया।