नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी समय समय पर केंद्र सरकार को यह कहकर घेरते रहते हैं कि देश में कोविड टीकाकरण की गति धीमी चल रही है, लेकिन कांग्रेस पार्टी और उनके सहयोगी दलों के शासन वाले राज्यों में टीकाकरण की तुलना अगर भाजपा शासित राज्यों के टीकाकरण से की जाए तो कांग्रेस तथा उसके सहयोगी दलों के शासन वाले राज्य भाजपा शासित राज्यों से पिछड़े हुए नजर आते हैं।
सूत्रों से मिले आंकड़ों के अनुसार किसी भी कांग्रेस या उसके सहयोगी दल के शासन वाले राज्य में पहली डोज 90 प्रतिशत (वैक्सीन के लिए योग्य) तक भी नहीं पहुंच पाई है और दूसरी डोज भी 50 प्रतिशत के नीचे ही है। वहीं भाजपा शासित राज्यों को देखा जाए तो 7 राज्यों में 90 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या को कम से कम पहली डोज मिल चुकी है और 8 राज्य ऐसे हैं जहां पर वैक्सीन के लिए योग्य 50 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या को दूसरी डोज भी मिल गई है।
सूत्रों से मिले आंकड़ों के अनुसार भाजपा शासित हिमाचल प्रदेश में 100 प्रतिशत जनसंख्या को पहली डोज मिल चुकी है और 91.9 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन के दोनों टीके लगाए जा चुके हैं, इसी तरह गोवा में भी 100 प्रतिशत आबादी को पहली डोज तथा 87.9 प्रतिशत को दूसरी डोज मिल चुकी है। गुजरात में 93.5 प्रतिशत योग्य आबादी को पहली डोज तथा 70.3 प्रतिशत को दूसरी डोज लग चुकी है और उत्तराखंड में भी 93 प्रतिशत योग्य जनसंख्या को पहली डोज तथा 61.7 प्रतिशत को दूसरी डोज मिल चुकी है।
भाजपा शासित मध्य प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा और त्रिपुरा में भी टीकाकरण अन्य राज्यों की तुलना में तेज गति से बढ़ा है। वहीं कांग्रेस तथा इसके सहयोगी दलों के शासन वाले राज्यों की बात करें तो झारखंड में अभी तक 66.2 प्रतिशत योग्य आबादी को पहली डोज मिली है और 30.8 प्रतिशत को दूसरी डोज लग पायी है, पंजाब में 72.8 प्रतिशत आबादी को पहली डोज लगी है और 32.8 प्रतिशत को दूसरी डोज लगी है।
हालांकि तमिलनाडु, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हालात पंजाब तथा झारखंड से बेहतर हैं। पश्चिम बंगाल में न तो भाजपा का शासन है और न ही कांग्रेस का, वहां पर ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार है। पश्चिम बंगाल में अभी तक 86.6 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन की पहली डोज लगी है और 39.4 प्रतिशत को ही दूसरी डोज मिल पाई है।
Latest India News