लखनऊ. अयोध्या में 6 दिसम्बर 1992 को विवादित ढांचा गिराने के मामले में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट लखनऊ में अपना फैसला सुनाएगी। इस मुकदमे में बीजेपी के बड़े नेता लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, कल्याण सिंह वग़ैरह अभियुक्त हैं। 28 साल चले इस मुकदमें में 351 गवाह पेश किए गए और क़रीब 600 दस्तावेज़ हुए।
इस केस में सीबीआई ने 49 लोगों को अभियुक्त बनाया था,जिनमें से 17 की मौत हो गयी। जो 32 अभियुक्त मुक़दमे में हैं उनके नाम हैं:
- लालकृष्ण आडवाणी
- मुरली मनोहर जोशी
- कल्याण सिंह
- उमा भारती
- विनय कटियार
- साध्वी ऋतंभरा
- महंत नृत्य गोपाल दास
- डॉ. राम विलास वेदांती
- चंपत राय
- महंत धर्मदास
- सतीश प्रधान
- पवन कुमार पांडेय
- लल्लू सिंह
- प्रकाश शर्मा
- विजय बहादुर सिंह
- संतोष दुबे
- गांधी यादव
- रामजी गुप्ता
- ब्रज भूषण शरण सिंह
- कमलेश त्रिपाठी
- रामचंद्र खत्री
- जय भगवान गोयल
- ओम प्रकाश पांडेय
- अमर नाथ गोयल
- जयभान सिंह पवैया
- महाराज स्वामी साक्षी
- विनय कुमार राय
- नवीन भाई शुक्ला
- आरएन श्रीवास्तव
- आचार्य धर्मेंद्र देव
- सुधीर कुमार कक्कड़
- धर्मेंद्र सिंह गुर्जर
जिन 17 आरोपियों का निधन हो चुका है उनके नाम हैं
- अशोक सिंघल
- गिरिराज किशोर
- विष्णु हरि डालमिया
- मोरेश्वर सावें
- महंत अवैद्यनाथ
- महामंडलेश्वर जगदीश मुनि
- बैकुंठ लाल शर्मा
- परमहंस रामचंद्र दास
- डॉ. सतीश नागर
- बालासाहेब ठाकरे
- डीबी राय
- रमेश प्रताप सिंह
- हरगोविंद सिंह
- लक्ष्मी नारायण दास
- राम नारायण दास
- विनोद कुमार
- राजमाता सिंधिया
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