नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने केंद्र की आयुष्मान भारत योजना को दिल्ली में लागू करने का फैसला किया है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को पेश किए गए दिल्ली के बजट में इसकी घोषणा की। इस दौरान सिसोदिया ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते अकेले दिल्ली में राज्य सरकार 3 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है। अगले वित्त वर्ष में कोरोना वायरस से बचाव के लिए 50 करोड़ रुपए खर्च करने की घोषणा की है।
वित्त वर्ष 2020-21 में दिल्ली का बजट 65 हजार का बजट प्रस्तावित है, जो कि पिछले साल से 14 प्रतिशथ अधिक है। दिल्ली में बिजली सब्सिडी जारी रहेगा। इसके लिए 2820 करोड़ का बजट रखा गया है। वायु प्रदूषण से लड़ने के लिए 30 करोड़ का बजट रखा गया है। वायु प्रदूषण को कम करने के लिए स्मॉग टावर भी लगाया जाएगा। दिल्ली में जगह की कमी की वजह से बस डिपो को मल्टी लेवल का बनाया जाएगा। कोरोना के लिए इस साल अभी तक 3 करोड़ दिए जा चुके हैं, अगले वित्त वर्ष के लिए 50 करोड़ दिए जा रहे हैं।
वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया में दिल्ली का बजट पेश करते हुए शिक्षा को लेकर बताया कि 2024 में शिक्षा विभाग को पिसा के द्वारा आकलन कराएंगे। दिल्ली के स्कूलों में देशभक्ति का पढयक्रम लाया जाएगा। 17 नई स्कूल बील्डिंग बनाएंगे। हर क्लास रूम को डिजिटल क्लासरूम बनाएंगे। इसके लिए 100 करोड़। अब दिल्ली के सरकारी स्कूल में पेरेंटिंग वर्कशॉप कराएंगे। साथ ही दिल्ली का अपना अलग एडुकेश बोर्ड बनाएंगे। इस साल 90 स्कूल को सिंगल शिफ्ट में लाएंगे। दिल्ली में 145 स्कूल ऑफ एक्सीलेंस खोलेंगे। मनीष सिसोदिया ने कहा कि इस वर्ष दिल्ली के GSDP में 10.14% की वृद्धि का अनुमान है, प्रति व्यक्ति आय 3लाख 89 हज़ार रहने की उम्मीद की उम्मीद है।
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