अयोध्या विवाद फैसले को लेकर Facebook पर की आपत्तिजनक टिप्पणी, 3 गिरफ्तार
अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणी व अपवाह फैलाने के मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
बीकानेर। सुप्रीम कोर्ट ने राजनीतिक रूप से संवेदनशील राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले में अपना बहुप्रतीक्षित ऐतिहासिक फैसला सुना दिया है। फैसले को लेकर देशभर में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी विशेष नजर रखी जा रही है। पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया पर कोई भी फैसले को लेकर न जश्न मनाएगा और न ही कोई विरोध में पोस्ट करेगा। यूपी को पूरी तरह छावनी में तब्दील कर दिया गया है। कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। इसके अलावा दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु समेत कई शहरों में फ्लैग मार्च किया जा रहा है।
अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले से पहले फेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर पुलिस ने एक व्यक्ति को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। नापासर के थानाधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि आरोपी कृष्ण सारस्वत ने अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर अयोध्या में संभावित फैसले को लेकर शुक्रवार रात को आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। यह टिप्पणी पुलिस की निगरानी टीम की नजर में आ गयी और उसने कार्रवाई करते हुए आरोपी को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी नापासर के पास खारड़ा गांव का रहने वाला है और उसने यह टिप्पणी संभवत: नशे की हालत में की।
वहीं राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में भी अयोध्या मामले संबंधी फैसले पर अफवाह फैलाने को लेकर दो लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया गया है।
दिल्ली में निषेधाज्ञा जारी
राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए निषेधाज्ञा जारी कर कानून एवं व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। पुलिस ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए निषेधाज्ञा जारी की गई है। उच्चतम न्यायालय ने शनिवार को अयोध्या में विवादित स्थल राम जन्मभूमि पर मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करते हुये केन्द्र सरकार को निर्देश दिया कि 'सुन्नी वक्फ बोर्ड' को मस्जिद के निर्माण के लिये पांच एकड़ भूमि आबंटित की जाए।
पुलिस ने एक परामर्श में कहा, 'दिल्ली पुलिस शरारती तत्वों या कानून एवं व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों में लिप्त पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।' उसने कहा, 'सोशल मीडिया गतिविधियों पर नजर है और दिल्ली पुलिस ने उपयोगकर्ताओं से ऐसे मंचों का उपयोग विवेकपूर्ण तरीके से करने तथा किसी भी तरह की घृणा या शत्रुता फैलाने से बचने की अपील की है।'
अधिकारियों ने बताया कि जामा मस्जिद के आसपास के इलाकों और पुरानी दिल्ली के कुछ हिस्सों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। उन्होंने बताया कि इन इलाकों में दुकानें खुली हैं लेकिन स्थिति तनावपूर्ण है। पुलिस बल भी बढ़ा दिया गया है। दिल्ली पुलिस की वज्र वैन और दो बसों में पुलिस के जवान किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए मस्जिद के बाहर तैनात है। पुलिस कर्मियों ने जामा मस्जिद के इलाके में मोटर साइकिलों पर गश्त भी की। जामा मस्जिद के बाहर तैनात पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार पुलिस कर्मियों से सर्तक रहने को कहा गया है।
वहीं एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा, 'अन्य दिनों की तुलना में सुरक्षा यहां बढ़ा दी गई हैं।' मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने फैसले का स्वागत करते हुए लोगों से शांति एवं सौहार्द बनाए रखने की अपील की है। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने भारतीय इतिहास की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण इस व्यवस्था के साथ ही करीब 130 साल से चले आ रहे इस संवेदनशील विवाद का पटाक्षेप कर दिया। इस विवाद ने देश के सामाजिक ताने बाने को तार तार कर दिया था।