अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए बहुत बड़ी पहल, हिंदू और मुस्लिम पक्ष कोर्ट के बाहर विवाद सुलझाने के लिए राजी
सबसे बड़ी बात ये है कि अयोध्या में राम मंदिर बनाने को लेकर यूपी सुन्नी सेट्रल वक्फ बोर्ड भी राजी हो गया है जोकि अयोध्या विवाद का एक पक्ष है...
नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर बनाने का रास्ता साफ होने वाला है और इसके आसार बहुत बढ़ गए हैं। बता दें कि राम मंदिर बनाने के लिए बड़े लेवल पर सहमति बनी है। अयोध्या में विवादित जमीन का झगड़ा सुप्रीम कोर्ट के बाहर सुलझाने के लिए हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्ष राजी हो गए हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि अयोध्या में राम मंदिर बनाने को लेकर यूपी सुन्नी सेट्रल वक्फ बोर्ड भी राजी हो गया है जोकि अयोध्या विवाद का एक पक्ष है।
अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए तीन प्रपोजल हिंदू पक्ष ने मुस्लिम पक्ष को दिए हैं जिन पर कल मुस्लिम प्रतिनिधियों की बैठक में चर्चा होने की उम्मीद है। वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू होने की तैयारी हो गई है।
पहला प्रपोजल-
अयोध्या में जहां रामलला विराजमान वहां पर राम मंदिर बने, गोरखपुर हाईवे पर मुस्लिमों के लिए इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी बने और उसके अंदर ही मस्जिद बनेगी। प्रस्तावित मस्जिद का नाम मस्जिद-ए-इमाम-ए-हिंद होगा।
दूसरा प्रपोजल-
निर्मोही अखाड़ा की तरफ से रामलला में मंदिर का प्रस्ताव है। अयोध्या में विद्याकुंड में मस्जिद बनाने का प्रस्ताव। निर्मोही अखाड़ा ने एक गैर-विवादित जमीन प्रस्तावित की
तीसरा प्रपोजल
अयोध्या निवासी जस्टिस पलक बासु का प्रस्ताव, रामलला विसर्जन में राम मंदिर बनाने का प्रस्ताव और मस्जिद टिंबर फैक्ट्री में बनाने का प्रस्ताव।
श्री श्री रविशंकर बने इस पहल के सबसे पड़े सूत्रधार
इस बड़ी पहल के सबसे बड़े सूत्रधार बने हैं आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर बने हैं। आज एक तरफ सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या विवाद की सुनवाई चल रही थी, ठीक उसी दौरान बेंगलुरू में आज एक उद्योगपति के घर पर श्रीश्री रविशंकर इस केस से जुड़े मुस्लिम नुमाइंदों से मिल रहे थे। सबसे बड़ी बात ये है कि श्री श्री रविशंकर के साथ इस मीटिंग में यूपी सुन्नी सेट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जफर फारुकी भी शामिल थे।
देखिए वीडियो-
श्री श्री के साथ हुई मीटिंग में पहुंची थीं बड़ी मुस्लिम हस्तियां
बता दें कि अयोध्या विवाद में यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड भी एक पक्ष है इसलिए इस मीटिंग में बोर्ड के चेयरमैन का मौजूदगी और उनके सहमत होने के बहुत बड़े मायने हैं। सिर्फ सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन ही नहीं, इस मीटिंग में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के एक्जीक्यूटिव मेंबर मौलाना सैयद सलमान हुसैन नदवी जैसे बड़े नाम भी शामिल थे। श्री श्री रविशंकर के साथ हुई इस मीटिंग में बड़ी मुस्लिम हस्तियां पहुंची थीं।