नई दिल्ली: अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिम पक्ष के एक वकील राजीव धवन ने राम मंदिर जन्म स्थान का जो नक्शा फाड़ा है उस मामले में नया मोड़ आ गया है, राजीव धवन ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि उन्होंने जजों के कहने पर ही नक्शा फाड़ा है।
बुधवार को राम मंदिर के मुद्दे पर सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने कोर्ट रूम में ये नक्शा फाड़ा है जिसे हिंदू महासभा के वकील विकास सिंह ने दिया था। बता दें कि राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट में आखिरी सुनवाई हो रही है। चीफ जस्टिस ने सुनवाई शुरू होते ही साफ-साफ कह दिया कि बस अब बहुत हो चुका, आज सिर्फ 5 बजे तक ही सुनवाई होगी।
सुनवाई शुरु होने पर सबसे पहले रामलला के वकील सीएस वैद्यनाथन ने अपनी दलीलें पूरी की। सुनवाई के दौरान उन्होंने कहा कि 1857 से 1934 तक शुक्रवार की नमाज के कुछ सबूत हैं लेकिन हिंदू लगातार पूजा करते रहे हैं।
वैद्यनाथन ने 45 मिनट तक अपनी बात रखी। 45 मिनट पूरा होते ही मुस्लिम पक्ष के वकील धवन ने वैद्यनाथन को टोका। धवन ने कहा कि कोर्ट को शेड्यूल के मुताबिक चलना चाहिए। इसके बाद कोर्ट में दूसरे नंबर पर गोपाल सिंह विशारद के वकील रंजीत कुमार अपनी दलीलें दी।
रंजीत कुमार ने कहा कि कैलाश मानसरोवर में मूर्ति की नहीं पूरे पहाड़ की पूजा होती है। हिंदुओं में कण-कण में भगवान की मान्यता है। रंजीत कुमार के बाद धर्मदास की तरफ से जयदीप गुप्ता ने दलीलें दीं।
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